वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

गया ज़िला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम के बुधवार को अचानक जिला निबंधन कार्यालय का जायजा लेने पहुंच जाने पर कार्यालय में हड़कंप सा मच गया। उन्होंने पूरे कार्यालय परिसर का घूम घूमकर जायजा लिया। किये जा रहे कार्यो का संबंधित कर्मियों से जानकारी भी ली। डीएम ने निर्देश दिया कि किसी भी हाल में अनाधिकृत लोग जिला निबंधन कार्यलय परिसर में नही रहे। हर हाल में सुनिश्चित करें। अगर ऐसे लोग परिसर में पकड़े जाएं तो उनके विरुद करवाई करने का निर्देश निबंधन पदाधिकारी को दिया। डीएम ने रोकड़ पंजी सहित सभी महत्वपूर्ण पंजियों की जांच की। निरीक्षण के क्रम विभिन्न अभिलेखों की जांच में जमीन रजिस्ट्री से संबंधित कागजातों की जांच की गई। ज़िला पदाधिकारी ने स्वच्छता पर बल देते हुए कहा कि परिसर को पूरा साफ रखें।
निरीक्षण के दौरान अवर निबंधन पदाधिकारी ने डीएम को बताया कि रजिस्ट्री कार्यालय में 10 हाई रेगुलेशन वाले सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। सभी का मॉनिटरिंग उनके द्वारा की जाती है। साथ ही एक माह पहले विभाग स्तर से हाई रेगुलेशन वाले मास्टर रिकॉर्डर मशीन भी स्थापित की गई है। जिसमें वीडियो के साथ-साथ ऑडियो सुनने की भी व्यवस्था विभाग स्तर ने की है। ताकि रजिस्ट्री के दौरान यदि किसी आवेदक की कुछ समस्याएं रहती है तो वे अपनी बातें पदाधिकारी को बता सकते हैं। मास्टर रिकॉर्डर का कंट्रोल विभाग स्तर से ही होता है।

सरकारी भूमि का रोक हटाने संबंधित दस्तावेजों का भी विस्तार से जांच की। उन्होंने कार्यालय के वरीय लिपिक राजीव रंजन, ऑपरेटर निरंजन कुमार को बुलाकर कार्यकलाप के बारे में जानकारी लेते हुए दोनों को निर्देश दिया कि पूरी इमानदारी से कार्य करें। इसके उपरांत अभिषेक प्रकाश निम्न वर्गीय लिपिक तथा उच्च वर्गीय लिपिक रविंद्र कुमार से भी उनके किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि कमर्शियल जमीन के मूल्य को धनहर अर्थात एग्रीकल्चर वाले कैटिगराइज में जमीन का मूल्य निर्धारण करना इत्यादि में पूरी ईमानदारी बरतें। यदि किसी प्रकार की लापरवाही सामने आती है तो कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया है कि वैसे कर्मी जो तीन सालों से लगातार कार्यालय में जमे हुए हैं, उनके स्थानांतरण के लिए प्रस्ताव भेजें। इसके बाद डीएम निबंधन कार्यालय परिसर स्थित उत्पाद विभाग के कार्यालय का भी निरीक्षण किया।