देवब्रत मंडल

गया जिले में नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली जब 3 लाख रुपये के इनामी हार्डकोर नक्सली अखिलेश सिंह भोक्ता ने आत्मसमर्पण कर दिया। अखिलेश ने गया एसएसपी आनंद कुमार के समक्ष समर्पण करते हुए पुलिस को 60 जिंदा आईईडी और एक सेमी-ऑटोमेटिक राइफल की जानकारी दी, जिन्हें छकरबंदा के जंगलों में प्लांट किया गया था।
आत्मसमर्पण के बाद की कार्रवाई
CRPF, SSB और BSAP के सहयोग से सभी विस्फोटकों को मौके पर ही निष्क्रिय कर दिया गया। अखिलेश से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कहीं और विस्फोटक या हथियार तो नहीं छिपाए गए हैं।
अखिलेश की नक्सली गतिविधियां
अखिलेश पर कुल 17 से अधिक नक्सली घटनाओं में केस दर्ज हैं। प्रमुख घटनाओं में शामिल हैं:
- 2017 में आमस थाना क्षेत्र में सोलर प्लांट में आगजनी
- 2018 में देव थाना क्षेत्र में युवक की हत्या और सात गाड़ियों को जलाना
- 2019 में लुटुआ थाना क्षेत्र में IED ब्लास्ट में इंस्पेक्टर की शहादत
- 2021 में डुमरिया में चार ग्रामीणों की फांसी देकर हत्या
- 2025 में छकरबंदा में युवक की गोली मारकर हत्या
सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ
अधिकारियों ने बताया कि अखिलेश को सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत सभी लाभ मिलेंगे। फिलहाल उससे गहन पूछताछ चल रही है।
नक्सल नेटवर्क को करारा झटका
एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि लगातार छापेमारी, दबिश और दबाव के चलते संगठन के कई सदस्य या तो मारे जा चुके हैं या आत्मसमर्पण कर चुके हैं। अखिलेश का समर्पण नक्सली नेटवर्क को एक बड़ा झटका माना जा रहा है।