
देवब्रत मंडल
पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल अंतर्गत गया-डीडीयू रेलखंड पर 26/27 जून की देर रात 12282 आनंद विहार-भुवनेश्वर दूरंतो एक्सप्रेस में चोरी की भीषण घटना हुई थी। अपराधी ट्रेन को वैक्यूम कर गया रेल थाना क्षेत्र में उतर कर भाग जाते हैं। इस ट्रेन में एक ही परिवार के 10 लोग सफर कर रहे थे। 29 जून को यह परिवार विजयवाड़ा पहुंच गए हैं। Magadhlive ने जब इस पीड़ित परिवार के राजू करुणाकर राजेश से बात की तो सबसे पहले उन्होंने अपने परिवार के साथ हुई घटना को लेकर कहा कि, ऐसा कभी सोचे भी नहीं थे कि ऐसी घटना हो जाएगी। श्री राजेश ने बताया कि वे लोग 10 थे। जो डीडीयू जंक्शन से इस ट्रेन के बी-1 कोच में सफर शुरू किया और उन्हें विजयवाड़ा जाना था लेकिन सीधी ट्रेन में कन्फर्म टिकट नहीं मिला तो दुरंतो में भुवनेश्वर तक का टिकट बुक किए थे। जहां से वे फिर ट्रेन बदलकर विजयवाड़ा तक पहुंचे। श्री राजेश ने बताया कि विजयवाड़ा उनकी पत्नी का घर है। जहां सभी आ गए हैं।
करीब ढाई लाख रुपये के सामान केवल इनके थे
पीड़ित यात्री राजू करुणाकर राजेश ने बताया कि उनकी पत्नी वसावी रावली और उनकी आंटी के पर्स चोरी हो गई है। उन्होंने बताया कि पत्नी के पर्स में दो आईफोन में एक की कीमत 1,40,000 है एवं दूसरा जो पुरानी थी, जिसकी आज कीमत 60-70 हजार कीमत है और ऐरपॉड्स की कीमत 20,000, दो चश्मा जो वाराणसी में खरीदे थे, उसकी कीमत 7,000 रुपये तथा नकद राशि 22,000 थे। इसके अलावा कई महत्वपूर्ण कागजात जिसमें कुछ मोबाइल में ही थे आदि सामानों की चोरी हुई है। यानी करीब 2,50,000 लाख केवल इनके हैं, जो चोरी हुई है।
नेवी में कैप्टेन हैं पीड़ित यात्री राजू करुणाकर राजेश
इन्होंने बताया कि वे नेवी में कैप्टन हैं और उन्हें अगले कुछ दिनों में जॉइन भी करना है। उन्होंने बताया कि वे अपने काम के सिलसिले में विदेशों में आते जाते रहते हैं। मूलरूप से तिरुपति के रहनेवाले हैं। इनकी पत्नी एलुरु ( आंध्र प्रदेश) की रहने वाली हैं। जो इनके घर से कुछ ही दूरी पर है।
यात्री ने जानना चाहा कि कबतक मिल जाएंगे सामान
उन्होंने बताया कि गया रेल थानाध्यक्ष ने बरामद सामानों के फोटो व्हाट्सएप पर भेजे हैं। जिसमें उनका आईफोन और बैग है। श्री राजेश पूछते हैं कि उनका सामान कब तक उन्हें मिल जाएगा? क्योंकि मोबाइल में बहुत चीजें हैं जो उनके जरूरी काम की है। कहना था कि यदि जल्द उपलब्ध करा दिया जाता तो उनकी नौकरी में परेशानी नहीं आएगी।
07 जून से ही टूर पर निकले हुए थे पीड़ित परिवार
यात्री श्री राजेश ने बताया कि उनके परिवार में पत्नी, सास, ससुर, आंटी आदि 07 जून से सिक्किम, दार्जलिंग, प्रयागराज, वाराणसी, भुवनेश्वर आदि दर्शन करने के लिए निकले हुए थे। घटना के पूर्व के दिन सभी वाराणसी में दर्शन किए। यहां पूजा अर्चना और दर्शन करने के बाद डीडीयू जंक्शन आए और यहीं से भुवनेश्वर के लिए दुरंतो एक्सप्रेस से जा ही रहे थे कि रास्ते में ही ऐसी घटना हो गई।