न्यूज डेस्क
पूर्व मध्य रेलवे (ECR) के दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) मंडल में आयोजित होने वाली विभागीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में सीबीआई लखनऊ की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 26 रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में डीडीयू मंडल के दो वरीय अधिकारी, 23 वर्तमान रेलकर्मी और एक सेवानिवृत्त रेलकर्मी शामिल हैं।
पूर्व मध्य रेलवे (ECR) के दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) मंडल में आयोजित होने वाली विभागीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में सीबीआई लखनऊ की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 26 रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में डीडीयू मंडल के दो वरीय अधिकारी, 23 वर्तमान रेलकर्मी और एक सेवानिवृत्त रेलकर्मी शामिल हैं।
पेपर लीक की जानकारी मिलने के बाद CBI की त्वरित कार्रवाई
पूर्व मध्य रेलवे में मुख्य लोको निरीक्षक (Chief Loco Inspector) पद की विभागीय परीक्षा 4 मार्च 2025 को आयोजित की जानी थी। लेकिन सीबीआई को सूचना मिली कि परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो चुका है। इसके बाद सीबीआई लखनऊ की टीम ने डीडीयू मंडल में छापेमारी कर पूरे रैकेट का भंडाफोड़ किया। इस ऑपरेशन के तहत मुगलसराय में 3 और 4 मार्च की रात को कई स्थानों पर छापे मारे गए, जिसमें लोको पायलट और रेलवे के अन्य कर्मचारियों को प्रश्नपत्र की कॉपी के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया।
गिरफ्तार अधिकारियों और कर्मचारियों की सूची
CBI द्वारा दर्ज केस संख्या RC0062025A0007 के तहत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (PC Act) की धारा 7, 7A और 8 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में गिरफ्तार लोगों की सूची इस प्रकार है:
गिरफ्तार वरिष्ठ अधिकारी
- सुशांत पाराशर – Sr. DEE (Ops), DDU
- सुरजीत सिंह – Sr. DPO, DDU
गिरफ्तार अन्य रेलवे कर्मचारी और सेवानिवृत्त अधिकारी
- कन्हैया कुमार सिंह, लोको पायलट मेल, गया
- जय प्रकाश सिंह, लोको पायलट पैसेंजर
- सुमित कुमार, लोको पायलट गुड्स, गया
- सूर्यनाथ, लोको पायलट पैसेंजर, डीडीयू
- शिवनाथ कुमार, लोको पायलट पैसेंजर, डीडीयू
- संतोष कुमार, लोको पायलट पैसेंजर, डीडीयू
- मिथिलेश कुमार, लोको पायलट पैसेंजर, डीडीयू
- मनोज कुमार पासवान, लोको पायलट मेल, गया
- राज नारायण सिंह, LPG डीडीयू
- रामायण, सेवानिवृत्त मुख्य लोको निरीक्षक, डीडीयू
- साधु शरण प्रसाद, LPM, गया
- नागेंद्र कुमार वर्मा, LPM, गया
- जितेंद्र कुमार, लोको पायलट पैसेंजर, गया
- दिनेश कुमार राम, लोको पायलट गुड्स, डीडीयू
- अजीत कुमार सिंह, मुख्य लोको निरीक्षक, डीडीयू
- नीरज कुमार वर्मा, COS, डीडीयू
- प्रशांत किशोर सिंह, लोको पायलट पैसेंजर, डीडीयू
- गौरव कुमार पाठक, लोको पायलट पैसेंजर, डीडीयू
- बिनोद कुमार सिंह, लोको पायलट गुड्स, डीडीयू
- दीपक प्रकाश ज्योति, लोको पायलट गुड्स, डीडीयू
- आजाद कुमार, लोको पायलट पैसेंजर, गया
- राकेश कुमार, लोको पायलट पैसेंजर, डीडीयू
- अनीश कुमार, लोको पायलट सनटर, डीडीयू
- संजय कुमार मिश्रा, COS कार्मिक, डीडीयू
छापेमारी में 1.17 करोड़ रुपये बरामद, भ्रष्टाचार का बड़ा मामला उजागर
CBI की जांच में यह सामने आया कि परीक्षा का प्रश्नपत्र डीडीयू मंडल के वरिष्ठ अधिकारी Sr. DEE (Ops) सुशांत पाराशर द्वारा तैयार किया गया था। इसके बाद यह प्रश्नपत्र एक लोको पायलट के माध्यम से हिंदी में अनुवाद करवाया गया, जिसे फिर अन्य रेल कर्मचारियों के जरिए परीक्षार्थियों तक पहुंचाया गया। इस पूरे घोटाले में शामिल उम्मीदवारों से पैसे लेकर प्रश्नपत्र बेचे गए थे।
CBI ने 8 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर 1.17 करोड़ रुपये नकद बरामद किए, जो परीक्षा में धांधली के लिए एकत्र किए गए थे। इसके अलावा, हस्तलिखित प्रश्नपत्र और उनकी फोटोकॉपी भी बरामद की गईं, जिनका मिलान परीक्षा के मूल प्रश्नपत्र से किया गया और दोनों समान पाए गए।
रेलवे भर्ती परीक्षाओं की पारदर्शिता पर उठे सवाल, जांच जारी
इस मामले में CBI की जांच जारी है और अन्य संभावित संलिप्त व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। यह खुलासा रेलवे विभागीय परीक्षाओं में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला है, जिससे भर्ती प्रक्रियाओं की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। सीबीआई का कहना है कि आगे की जांच में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। एजेंसी इस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई है ताकि इस तरह के घोटालों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
(जांच से जुड़ी और जानकारी मिलने पर खबर को अपडेट किया जाएगा।)