एक दिन में 556 ट्रेनें चली, 154 मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें बिना देरी की चली, जुलाई महीने में दूसरी बार मिली डीडीयू मंडल को यह उपलब्धि
देवब्रत मंडल

गया जी: पूर्व मध्य रेल का पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल (डीडीयू मंडल)भारतीय रेल के अति व्यस्त रेल मंडलों में से एक है और निरंतर सुधार करते हुए ट्रेनों के परिचालन में समय पालन की नई उपलब्धियां बना रहा है। डीडीयू मंडल रेल प्रबंधक उदय सिंह मीना ने बताया कि 24 जुलाई 2025 को पूरे मंडल में 556 ट्रेनों का संचालन किया गया। जिसमें 154 मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों का संचालन शत प्रतिशत समय पर किया गया।
भारतीय रेल स्तर पर सभी मंडलों में प्रथम स्थान अर्जित किया
यह उपलब्धि जुलाई माह में दूसरी बार हासिल की गई है। उन्होंने बताया इससे पूर्व 5 जुलाई को भी डीडीयू मंडल ने इसी तरह का प्रदर्शन किया था और भारतीय रेल स्तर पर सभी मंडलों में प्रथम स्थान अर्जित किया था। उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड के निरंतर निगरानी, पूर्व मध्य रेल, हाजीपुर के दैनिक दिशा निर्देश व उनके मार्गदर्शन एवं वरीय मंडल परिचालन प्रबंधक केशव आनंद के प्रभावी प्रबंधन से डीडीयू मंडल ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है।
इस सफलता में परिचालन विभाग की केंद्रीय भूमिका रही
इस सफलता में परिचालन विभाग की केंद्रीय भूमिका रही है। यह परिचालन विभाग के अन्य विभागों के नियंत्रण कक्ष एवं फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों के कर्मठ और समन्वित प्रयासों का प्रतिफल है। उल्लेखनीय है कि एक ट्रेन के सुगम परिचालन में कई घटक शामिल होते हैं, जैसे- प्रत्येक स्टेशन, लेवल क्रासिंग, सिग्नल उपकरण, ट्रैक का रखरखाव, ट्रेन के लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, आवश्यक इलेक्ट्रिक उपलब्धता आदि आदि।
350 रेल कर्मचारियों एवं अधिकारियों का योगदान रहा
उन्होंने कहा टीम वर्क की विशालता एवं प्रबंधन इस तथ्य से भी समझा जा सकता है कि एक ट्रेन को गया से डीडीयू स्टेशन के मध्य परिचालन में प्रत्यक्ष रूप से करीबन 350 रेल कर्मचारियों एवं अधिकारियों का ससमय सक्रिय एवं नियमपूर्वक रेल परिचालन में योगदान रहता हैI
11 राजधानी व 10 वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें बिना देरी की चली
24 जुलाई को डीडीयू मंडल में कुल 154 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन बिना किसी विलंब के किया गया। इनमें 11 राजधानी, 2 गरीब रथ, 10 वंदे भारत, एक दूरंतो, 64 मेल एक्सप्रेस, 60 सुपरफास्ट एवं 4 जनशताब्दी ट्रेनें शामिल थीं। 24 जुलाई को कुल मिलाकर 566 गाड़ियों का संचालन सफलतापूर्वक किया गया। जिनमें 313 मालगाड़ियाँ, 154 मेल/एक्सप्रेस और 99 पैसेंजर गाड़ियां शामिल थीं।