रिपोर्ट: दिवाकर मिश्रा ,डुमरिया संवाददाता
गया जिले के मैगरा-डुमरिया प्रखंड स्थित नारायणपुर पंचायत के चोन्हा टोला नैकाडीह में सोमवार की सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई। धारदार हथियार से 40 वर्षीय तेतरी देवी की निर्मम हत्या कर दी गई। वह चोन्हा गांव से दूध देकर लौट रही थीं, जब गुहिया आहर के पास लगभग 9 बजे उनकी हत्या कर दी गई।
घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। मृतका का पुत्र सुरेंद्र कुमार उर्फ छोटू अपनी मां के शव को घर ले गया। सूचना पर पहुंची मैगरा थाना पुलिस को परिजनों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। गुस्साए परिजन तब तक शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को तैयार नहीं थे, जब तक कि हत्यारों की गिरफ्तारी का आश्वासन नहीं दिया गया।
डीएसपी के आश्वासन के बाद मानी परिजन
इमामगंज डीएसपी अमित कुमार के हस्तक्षेप के बाद परिजन शांत हुए। उन्होंने 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्र किए और घटना की गहराई से जांच की।
अंधविश्वास बना हत्या की वजह?
मृतिका के पति लालन यादव ओडिशा में मजदूरी करने गए हुए थे। बेटे छोटू कुमार ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को दिए बयान में बताया कि उसके बड़े चाचा दिनेश यादव ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर उसकी मां की हत्या कर दी। छोटू के अनुसार, दिनेश यादव उसके पिता को ओझा और मां को डायन कहता था और अक्सर झगड़ा करता था। आरोपी दिनेश यादव घटना के बाद से फरार है। डीएसपी अमित कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया हत्या का कारण पुराने पारिवारिक विवाद और डायन बताने की मानसिकता लग रही है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है, और जल्द ही गिरफ्तारी की बात कही जा रही है।