पटना के अधिवक्ता की हत्या के विरोध में गयाजी के अधिवक्ताओं ने निकाला मार्च, अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने की मांग

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

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समाहरणालय के समक्ष प्रदर्शन करते गया जी के अधिवक्ता

एक शिष्टमंडल डीएम से मिलकर सौंपा मांगपत्र, अधिवक्ताओं ने दिया चट्टानी एकता का परिचय

गया बार एसोसिएशन गया जी के अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को अपनी चट्टानी एकता का परिचय देते हुए पटना में जितेंद्र मेहता की हत्या के विरोध में तथा अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने की मांग को लेकर मार्च निकाला। गया बार एसोसिएशन, गयाजी से अधिवक्ताओं का काफिला निकला। जो नारे लगाते हुए मगध प्रमंडल आयुक्त के कार्यालय के सामने से होते हुए समाहरणालय गेट पर पहुंचे। यहां नारेबाजी करते हुए अधिवक्ताओं की सुरक्षा की मांग कर रहे थे। इसके बाद एक शिष्टमंडल जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर से मुलाकात कर उन्हें मांगपत्र सौंपा। पटना में अधिवक्ता जितेंद्र मेहता की नृशंस हत्या के विरोध में गया बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को एकजुट होकर पैदल मार्च निकाला और गया जिला पदाधिकारी से मिलकर अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने की जोरदार मांग की।

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गया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, सचिव व अधिवक्ता

एसोसिएशन के अध्यक्ष एस. कैसर सरफुद्दीन, सचिव रवींद्र प्रसाद व अन्य वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने जिला पदाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। सचिव रवींद्र प्रसाद ने कहा कि जितेंद्र मेहता की हत्या सिर्फ एक अधिवक्ता की हत्या नहीं है, बल्कि पूरे न्यायिक व्यवस्था की हत्या है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता समाज न्याय प्रणाली का एक अभिन्न हिस्सा हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की नैतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी है। रवींद्र प्रसाद ने आगे कहा कि आज अधिवक्ताओं को न केवल अपराधियों से, बल्कि कई बार सरकारी उदासीनता से भी जूझना पड़ता है। ऐसे में जबतक एक मजबूत अधिनियम के तहत अधिवक्ता सुरक्षा व्यवस्था लागू नहीं होती, तब तक अधिवक्ता समाज स्वयं को असुरक्षित महसूस करता रहेगा।
ज्ञापन में अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए विशेष पुलिस सेल गठन, न्यायालय परिसरों में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने तथा त्वरित करवाई कर दोषियों को शीघ्र सजा दिलाने की मांग की गई। मार्च में राजेंद्र प्रसाद, नागेंद्र प्रसाद शर्मा, नंदकिशोर श्रीवास्तव, विजय कुमार,अनिल कुमार, संजय सिंह, डॉ सुनिल कुमार, रणविजय कुमार सिंह, निखत परवीन, सितेंद्र कुमार, बैकुंठ सिंह, दुर्गेश कुमार, महेंद्र प्रसाद सिंह, अंबुज बर्मा, पूनम कुमारी, रीना सिंहा, शिव कुमार, बागेश कुमार, अवधेश रविदास, शिव शंकर प्रसाद, जगदीश प्रसाद यादव, नवीन कुमार, विनय कुमार, उज्जवल कुमार, आशीष कुमार वर्मा, संतोष कुमार, मनीष कुमार, महादेव राम, प्रमोद कुमार द्विवेदी, संजय कुमार, संजय कुमार सिंह सहित गया बार के अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता एवं बार के नवनिर्वाचित सभी पदाधिकारी व अधिवक्ता शामिल थे।

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