देवब्रत मंडल

आप इस खबर के साथ लगाई गई तस्वीर को देख कर हैरान हो रहे होंगे कि आखिर इतने सारे जूते चप्पल यहां क्यों पड़े हैं। ये तस्वीर सच्ची है और इसके पीछे की कहानी कुछ और है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये जूते चप्पल यहां किसके छूट गए हैं तो ये गलती से छूट नहीं गए हैं बल्कि छोड़ दिए गए हैं।
लाखों की संख्या में आते हैं यहां पिंडदानी
गया जी में पितरों को मोक्ष प्राप्त हो इसके लिए यहां हर वर्ष आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में पितृपक्ष मेला लगता है। सनातन धर्म के मानने वाले लोगों की अवधारणा है कि गया जी में पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष प्राप्त होता है। इसको लेकर लाखों की संख्या में पिंडदानी आते हैं और पिंडदान करते हैं।
पिंडदानियों में कुछ रहती है इस बात की अवधारणा
इस पितृपक्ष मेला में आने वाले लोगों में एक अवधारणा है कि यहां पिंडदान करने के लिए आने के बाद अपने शरीर में धारण करने वाले कोई वस्तु यहीं छोड़ देना चाहिए। इसी अवधारणा के मानने वाले लोगों में से कोई जूता तो कोई चप्पल, कोई वस्त्र तो कोई और अंगवस्त्र या वस्तुएं छोड़ कर अपने घर को लौट जाते हैं। यही वजह है कि यहां जूते चप्पल का मेला सा लग जाता है।
पिंडदानियों ने बताया अपनी बातें
महाराष्ट्र से आए पिंडदानी रमेश चंद्र ने बताया कि उनके घरवालों ने कहा था कि पिंडदान करने गया जी जाने के बाद कोई वस्तु वहीं छोड़ कर आएं। वहीं गुजरात से आए पिंडदानी कृष्ण, योगेश आदि ने कहा कि पितरों को पिंडदान और जल अर्पित करने के बाद शरीर में धारण किए गए कोई वस्तु को यहीं छोड़कर जाने की मान्यता रही है तो हम अपने चप्पल छोड़कर चले जायेंगे।
नगर विकास एवं आवास विभाग संभालती है जिम्मेदारी
इसके आगे चलकर अब इन जूते चप्पल व वस्त्रों या अन्य त्याजी गई वस्तुओं को हटाने की जिम्मेदारी नगर विकास एवं आवास विभाग की है। गया जी नगर निगम के द्वारा इन जूते चप्पलों और वस्त्रों को मेला क्षेत्र से उठवाया जाता है। ताकि मेला क्षेत्र में गंदगी नहीं हो जिससे श्रद्धालुओं की भावना आहत नहीं हो।
एक ट्रैक्टर जूते चप्पल को उठाकर स्टोर में रखा गया
एक ट्रैक्टर जूते चप्पलों को उठवाकर गया जी नगर निगम के स्टोर में लाया गया है। वस्त्रों को कचरा प्रबंधन से जुड़े लोगों के हवाले कर दिया जाता है। ताकि इसका सदुपयोग किया जा सके। निगम के पदाधिकारी ने नाम न सामने लाने की शर्त पर बताया कि एक ट्रैक्टर जूते चप्पल विष्णुपद मंदिर क्षेत्र से उठवाकर रखा गया है। और भी लाया जाना है।