बोधगया- भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बोधगया ने हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के डीलरों के लिए तीन दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम (MDP) का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रबंधकीय और परिचालन कौशल को सशक्त बनाना था, जिसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के सहयोग से आयोजित किया गया। बिहार के विभिन्न जिलों से आए 35 एचपीसीएल डीलरों ने इस सत्र में भाग लिया और आधुनिक व्यावसायिक रणनीतियों की गहरी समझ हासिल की।
प्रबंधन कौशल और नवाचार पर जोर
आईआईएम बोधगया की निदेशक प्रो. विनीता एस. सहाय ने जिम्मेदार प्रबंधन और व्यक्तिगत प्रभावशीलता के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार सही रणनीतिक सोच और नवीनतम व्यावसायिक दृष्टिकोण व्यवसायों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं।
इस कार्यक्रम के तहत रणनीतिक योजना, वित्तीय प्रबंधन, टीम निर्माण, इंडस्ट्री 4.0, ग्राहक-केंद्रितता और परिचालन उत्कृष्टता जैसे विषयों पर सत्र आयोजित किए गए। आईआईएम बोधगया के वरिष्ठ फैकल्टी सदस्यों ने इन विषयों पर गहन मार्गदर्शन दिया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सामंत सौरभ और डॉ. शशांक कुमार ने इसके प्रभावी संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के दौरान एचपीसीएल के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
- डेप्युटी जनरल मैनेजर, एआरबी बिजनेस, एचपीसीएल – श्री देवता पांडा ने लुब्रिकेंट और खुदरा बिक्री के उभरते रुझानों पर अपने विचार साझा किए।
- चीफ जनरल मैनेजर, पटना रिटेल आरओ, एचपीसीएल – श्री पंकज वासवानी ने नेतृत्व कौशल और प्रबंधकीय दक्षताओं पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
कार्यक्रम का समापन वेलेडिक्टरी सेरेमनी के साथ हुआ, जहां सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। इस सफल आयोजन ने आईआईएम बोधगया की व्यावसायिक नेतृत्व विकसित करने और समाज की बदलती जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षण देने की प्रतिबद्धता को पुनः स्थापित किया।