देवब्रत मंडल

गया रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को एक बड़ा हादसा टल गया जब अजमेर सियालदह एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन से अचानक धुआं निकलने लगा। ट्रेन दो नंबर प्लेटफार्म पर खड़ी थी, जिससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई। कर्मचारियों ने तुरंत डिप्टी एसएस को सूचित किया, जिसके बाद रेलवे अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और जांच की। इसके पहले भी रेलवे के विभिन्न हिस्सों में ट्रेन के इंजन से धुआं उठने की घटनाएं हो चुकी है लेकिन समय रहते रेलकर्मियों ने स्थितियों को नियंत्रित कर लिया है।
स्थिति को नियंत्रित करने में लगा एक घन्टे का वक्त
बहरहाल गुरुवार की सुबह गया जंक्शन पर हुई इस घटना के कारण इस ट्रेन से सफर कर रहे यात्रियों में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। इस ट्रेन में दूसरे इंजन को जोड़ा गया इसके बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई। इस घटना के कारण ट्रेन गया जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर करीब एक घन्टे से अधिक समय तक रुकी हुई रही।
जांच में पता चला घटना के कारण
रेलवे की टीम जब जांच की तो पता चला कि इंजन का चक्का जबरदस्त जाम हो गया था। जिससे घर्षण के दौरान धुआं निकलने लगा। रेलवे अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दूसरा इंजन लगाया और ट्रेन को रवाना किया।रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन के यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद प्रकट किया है और कहा कि नियमित जांच और रखरखाव के माध्यम से ऐसी घटनाओं को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि ऐसी घटनाएं रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं, लेकिन समय पर कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया।
कुछ इसी तरह की घटनाएं हाल ही में देखने को मिली हैं:
- जम्मू तवी एक्सप्रेस ट्रेन: बठिंडा रेलवे स्टेशन पर खड़ी जम्मूतवी एक्सप्रेस ट्रेन में अचानक धुआं निकलने से यात्रियों में हड़कंप मच गया था। जांच में पता चला कि कोच की बेल्ट गर्म हो जाने के कारण धुआं निकल रहा था।
गरीब रथ एक्सप्रेस: अजमेर के सेंदड़ा रेलवे स्टेशन पर गरीब रथ एक्सप्रेस के इंजन से अचानक आग की लपटें उठने लगी थी। लोको पायलट की त्वरित कार्रवाई से सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
जयपुर-जोधपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस: नागौर जिले के गोटन रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन के इंजन से धुआं निकलने लगा था। रेलवे टीम ने इंजन को काबू में कर लिया और ट्रेन को आगे रवाना किया। - इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार काम किया जा रहा है, लेकिन कभी-कभी तकनीकी खराबी के कारण ऐसी घटनाएं हो जाती हैं।