देवब्रत मंडल

गया नगर निगम में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों के विभाग बदल दिए गए हैं। उन्हें नई जिम्मेदारी तय करते हुए नगर आयुक्त भाप्रसे कुमार अनुराग ने सोमवार को आदेश जारी कर दिया है। इस तबादले को लेकर नगर निगम कर्मचारियों में भुनुर-भुनुर चर्चा होने लगी है। सोमवार को कर्मचारियों के सेक्शन में किए गए बदलाव की सूची को देख यही कहा जा सकता है कि जिनके परफॉर्मेंस अच्छे रहे हैं, उन्हें उसी सेक्शन में रहने दिया गया है और जिनके परफॉर्मेंस अच्छे नहीं रहे हैं उन्हें अब नए दायित्व सौंपा गया है। नगर आयुक्त कुमार अनुराग की यह सोच दूरगामी परिणाम लाएगा।
कुछ की मंशा पर फिर गया पानी, एक का नाम ही नहीं
नगर निगम में इस बात की भी चर्चा है कि पिछले कुछ महीने से नगर आयुक्त सहायक पद पर कार्य कर रहे कर्मचारियों के कार्यों की आंतरिक समीक्षा कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने एक साथ 72 कर्मचारियों के तबादले के पैनल को अंतिम रूप दे दिया है। जिसकी सराहना भी सुनने को मिल रही है लेकिन एक निशिकांत राजा के बारे में चर्चा हो रही है कि आखिर जब ये मेकेनिकल के जानकार हैं तो इनसे अबतक सिविल का कार्य क्यों लिया जा रहा है। जिनके नाम इस तबादले की सूची में नहीं है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लालायित थे कि उन्हें उनके मनचाहे सेक्शन में जगह दे दी जाएगी लेकिन ऐसे लोगों की मंशा पर पानी फिर गया। कुछ ऐसे लोगों को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिनके बारे में समीक्षा में पाया गया था कि केवल इधर उधर करके निगम में ड्यूटी पूरी कर रहे थे।
करीब एक दशक बाद एकसाथ इतने लोगों का किया गया तबादला
बहरहाल, नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने नगर निगम के हितों को देखते हुए इतने बड़े पैमाने पर तबादले किए हैं। इसके पहले नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने कुछ कर्मचारियों को इधर से उधर ट्रांसफर की थीं। चर्चा है कि करीब एक दशक बाद एकसाथ इतने कर्मचारियों के दायित्वों में फेरबदल किया गया है। इसके पहले भाप्रसे सावन कुमार, विजय कुमार के कार्यकाल में ऐसा नहीं हो सका था।