देवब्रत मंडल

गया जिले में अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त लोगों से एवं इनके द्वारा छिपा कर रखी गई देसी, विदेशी शराब को जब्त करने की कार्रवाई के बाद विनष्ट करने की प्रक्रिया अपनाई गई। इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाती है। यह प्रक्रिया जिलापदधिकारी सह समाहर्ता के आदेश पर कपूरी की जाती है। डीएम के द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में ज्ञापांक 16 सितंबर को 81 लाख रुपए की शराब को विनष्ट किया गया था। जिसमें उत्पाद, रेल एवं पुलिस थानो में दर्ज काण्डो में जप्त प्रदर्श के शराब का विनष्टीकरण किया गया। जिसका विवरण निम्न प्रकार है।
आंकड़ों की बात करें तो यह स्पष्ट हो रहा है कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद माफियाओं के पौ बारह हैं। ये तो जब्त प्रदर्श के आंकड़ें सामने आए हैं लेकिन जो नहीं पकड़े जाते हैं उसका आंकलन कौन करे। जबकि गया जी जिले के शायद ही थाने होंगे, जहां शराब के कारोबार नहीं हो रहे हैं या कारोबारी नहीं हैं।
एक सूचक ने बताया कि अवैध शराब की गुप्त सूचना दी तो सीधे कारोबारी का फोन उसके पास आ गया। जबकि गली गली और मोहल्ले मोहल्ले में ऐसे कारोबारी मस्त हैं। नाम न सामने लाने की शर्त पर कई लोगों का कहना है कि इस अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त लोगों की लंबी सूची है उनके पास लेकिन डर के कारण जुबान नहीं खोलते हैं।
देखें किस थाना ने कितने कांड दर्ज किए थे
1 गया जी जिले के पुलिस थाना काण्डो की कुल संख्या केवल 04 थी
2 गया रेल थाना के काण्डो की संख्या 09 थी। जबकि
3 मद्यनिषेध थाना काण्डो की संख्या 79 रही।
4 इन सब को मिलाकर कुल थाना कांडो की संख्या- 92
कुल विनष्ट की गई शराब की मात्रा-
(I) विदेशी शराब की मात्रा 5915.315 लीटर
(II) बीयर की मात्रा – 1578.650 लीटर
(III) देशी शराब की मात्रा- 5081.200 लीटर
(IV) स्प्रिट की मात्रा- 452.00 लीटर
(V) महुआ फूल की मात्रा- 2783.00 किलोग्राम
ये विनष्टीकरण अनुमण्डल पदाधिकारी, शेरघाटी मनीष कुमार, अंचलाधिकारी, डोभी परीक्षित कुमार, अंचलाधिकारी, बाराचट्टी अरूण कुमार सिंह, निरीक्षक मद्यनिषेध, समेकित जाँच चौकी डोभी रामप्रीति कुमार, रेल थाना, पुलिस थाना डोभी एवं मोहनपुर के पुलिस पदाधिकारी की उपस्थिति में किया गया था। सहायक आयुक्त उत्पाद प्रिय रंजन के अनुसार विनष्ट की गई शराब एवं अन्य प्रदर्श का बाजार मूल्य लगभग 81 लाख रूपया थी।
الله