देवब्रत मंडल

विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2025 के शुरू होने में कुछ दिन शेष बचे हैं। 06 सितंबर से मेला प्रारंभ हो रहा है जो 21 सितंबर तक चलेगा। रेलमार्ग से गया जी आने वाले तीर्थयात्रियों की सेवा और सहायता के लिए हर वर्ष गया जंक्शन के कॉन्कोर्स एरिया में शिविर लगाए जाते रहे हैं।
इस वर्ष गया जंक्शन के पूरब दिशा में जहां पहले रेल कर्मचारियों के आवास हुआ करते थे, उन आवासों को जमींदोज कर दिया गया है, उसी जगह पर ही शिविर लगाया जाएगा।
इसमें जिला सूचना एवं संपर्क विभाग, पर्यटन विभाग, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग के अलावा स्वयं सेवी संस्थाओं के शिविर हुआ करते हैं। जिनके लिए बाटा मोड़ से एक नंबर गुमटी जाने-आने वाले मोड़ से होते हुए रेलवे स्टेशन परिसर में प्रवेश करने वाले स्थान पर पंडाल/टेंट बनाए जा रहे हैं। इन्हीं टेंट के नीचे शिविर लगाए जाएंगे।

दूसरी तरफ इन शिविरों के आगे रिक्त स्थान पर ऑटो रिक्शा एवं ई रिक्शा के पड़ाव के लिए स्थान रेल प्रशासन ने चयनित किया है। ताकि तीर्थयात्रियों को प्लेटफॉर्म तक आने जाने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो।
फिलहाल देखने को मिल रहा है कि आरपीएफ बैरक के पास (रेलवे स्टेशन के गेट नंबर-3) अवैध रूप से कई ऑटो एवं ई रिक्शा लगे होते हैं। जहां चालकों से वसूली की जाती है। कई चालकों ने बताया कि इन्हें दो तरह के शुल्क देने पड़ते हैं। एक जायज और दूसरा नाजायज।
बहरहाल, पितृपक्ष मेला में तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो, इस पर जिला प्रशासन की भी नजर बनी रहेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में तैनाती की जाएगी। जिला पुलिस बल, जीआरपी के और रेलवे सुरक्षा बल के जवानों तथा पदाधिकारी की तीन पालियों में ड्यूटी लगाई जाएगी जो भीड़ प्रबंधन और आपराधिक गतिविधियों को नियंत्रित करेंगे।