देवब्रत मंडल

गया जिले में गुरुवार एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण देखने को मिला। जब एक बच्चे को एकल दंपति को विधिवत रूप से गोद दिया गया। यह दत्तक प्रक्रिया जिला पदाधिकारी, गया डॉ. त्यागराजन एसएम की उपस्थिति में संपन्न हुई।
एनआईटी कैंपस में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं एकल दंपति
एकल दंपति, जो ओडिशा के राउरकेला में एनआईटी कैंपस में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं, ने अपने जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत की। जिला पदाधिकारी ने इस अवसर पर एकल दंपति को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और बच्चे के उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस ऐतिहासिक क्षण के कई लोग बने गवाह
इस ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण के अवसर पर सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई; बाल संरक्षण पदाधिकारी और समन्वयक, विशेष दत्तक ग्रहण संस्थान, गया की गरिमामयी उपस्थिति रही। यह गोद ग्रहण न केवल बच्चे के लिए एक नए जीवन की शुरुआत है, बल्कि समाज के लिए भी एक प्रेरणा है कि हर बच्चे को प्यार, सुरक्षा और एक स्थायी परिवार मिलना चाहिए।
बच्चे को मिल गया नया परिवार, नया जीवन
इस दत्तक प्रक्रिया के साथ, जहां एकल दंपति को एक नया परिवार मिला, और बच्चे को एक स्थायी घर और प्यार करने वाले माता-पिता मिले। यह एक नए जीवन की शुरुआत है, जिसमें प्यार, खुशी और सुरक्षा होगी। जिला पदाधिकारी की उपस्थिति और शुभकामनाओं ने इस अवसर को और भी विशेष बना दिया।
संदेश:हर बच्चे को प्यार, सुरक्षा और स्थायी परिवार
यह गोद ग्रहण समाज के लिए एक प्रेरणा है कि हर बच्चे को प्यार, सुरक्षा और एक स्थायी परिवार मिलना चाहिए। यह एक संदेश है कि एकल दंपति भी एक बच्चे को गोद लेकर एक खुशहाल परिवार बना सकते हैं। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने एकल दंपति और बच्चे को शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।