
बीकानेर-हावड़ा सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन से सफर कर रहे पति पत्नी जब एक दूसरे से बिछड़ गए तो आरपीएफ़ की टीम ने गया जंक्शन पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की मदद से बिछड़ गई पत्नी व पुत्री को ढूंढ कर पति को सुपुर्द कर दिया। गया जंक्शन के आरपीएफ पोस्ट प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश ने बताया कि डीडीयू मंडल के सिक्योरिटी कंट्रोल से सूचना प्राप्त हुआ कि गाड़ी संख्या 12372 DN बीकानेर-हावड़ा सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन के पिछले डब्बा (गार्ड साहब को जानकारी में ) एक महिला अपने पति से बिछड़ गई है। इस महिला के पति मो. अकबर का मोबाइल नंबर 6374794482 उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया सूचना मिलने के उपरान्त गाड़ी गया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 02 पर आगमन पर ऑन ड्यूटी आरपीएफ़ के अधिकारी व ‘मेरी सहेली’ टीम ने उक्त गाड़ी को अटेंड किया। गाड़ी के ऑन ड्यूटी ट्रेन मैनेजर से पूछने पर बताया कि गया स्टेशन पर जैसे ही गाड़ी रुकी, उतर कर महिला जाने लगी। जब उनसे पूछा व रोका भी गया तो बताई कि वह जहानाबाद चली
जायेगी। बाद में महिला के पति मो. अकबर के मोबाइल नम्बर संपर्क करने पर महिला का नाम पूछने पर सबरी खातून बताए। साथ ही पहनावा व हुलिया पूछा गया। उससे फ़ोटो की माग की गई। मो. अकबर के ने बताया कि उनकी पत्नी के साथ एक 4 साल की बच्ची है, जो लाला रंग का फ्रॉक पहने हुई है। जिसे गया स्टेशन पर रोकने के लिए अनुरोध किया गया।इंस्पेक्टर श्री प्रकाश ने बताया कि इस संबंध में पूछताछ कार्यालय से अनाउंसमेंट कराया गया। साथ ही सीसीटीवी फुटेज को छानबीन की गई तो फोटो व शिकायकर्ता मो. अकबर के बताए अनुसार एक महिला एक बच्ची के साथ प्लेटफार्म नंबर 04/05 पर जाते हुए दिखाई दी। जिसके बाद ऑन ड्यूटी अधिकारी, स्टाफ व मेरी सहेली टीम द्वारा खोजबीन कर सुरक्षित आरपीएफ पोस्ट पर लाया गया। महिला के पति को सूचना दी गई।
महिला से नाम पता पूछने पर अपना नाम सबरी खातून, पति मो. अकबर राइन, जो अपना पता थाना सकुराबाद, जिला जहानाबाद एवम बच्ची का नाम नायरा प्रवीण बताई। जिसने बताई कि आज सुबह में जयपुर जाना था, लेकिन गाड़ी छूट गई थी। जिसके कारण दूसरे गाड़ी में बैठ गई और पति दूसरे गाड़ी में चढ़ गए और हम दोनो बिछड़ गए। उसके बाद अनुग्रह नारायण स्टेशन पर मैं उतर गई। सूचना पर महिला के पति मो. अकबर राइन,पिता- मो. इस्लाम, पता सकुराबाद , थाना सकुराबाद, जिला जहानाबाद निवासी लगेज के साथ आरपीएफ थाना पर उपस्थित हुए। जिन्हे देख पत्नी व पुत्री बहुत खुश हुई। यहां से जाने के लिए बोलने लगी। सत्यापन के बाद महिला एवं नाबालिक बच्ची को पति मो.अकबर राइन को सुरक्षित सुपुर्द किया गया। जिसके लिए मो. अकबर व उनकी पत्नी ने आरपीएफ को इस नेक काम के लिए आभार जताया।