देवब्रत मंडल

गया आरपीएफ की टीम ने गया के मानपुर क्षेत्र की रहने वाली एक महिला और उसके साथ रही दो मासूम बच्चों की जान बचाने में कामयाब रही। यदि गया जंक्शन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं होते और आरपीएफ सक्रिय नहीं होते तो महिला और बच्चों के साथ कुछ भी अनहोनी हो सकती थी। आरपीएफ पोस्ट के निरीक्षक प्रभारी बनारसी यादव ने बताया कि गया शहर के मानपुर के तेली टोला की रहने वाली एक महिला अपने दो छोटे छोटे बच्चों के साथ प्लेटफॉर्म पर ईधर उधर चलहलकदमी कर रही थी। जिसकी गतिविधियों पर नजर आरपीएफ की उपनिरीक्षक पूनम कुमारी की पड़ गई। जो कि कंट्रोल रूम में ड्यूटी पर तैनात थी। जो सीसीटीवी के फुटेज को कंट्रोल रूम में लगे स्क्रीन पर नजर रख रही थीं। पूनम कुमारी ने देखा कि प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एक महिला दो बच्चों को लेकर इधर उधर कर रही हैं। श्री यादव ने बताया कि इसकी सूचना ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारी व जवानों को दी गई। इसके बाद महिला को और उसके साथ रहे बच्चों को पूछताछ की तो बताई कि पति से झगड़ा कर सोमवार को घर से निकल कर गया जंक्शन पर चली आई। अपनी तंग आर्थिक स्थितियां के बारे में रोते हुए बच्चों के साथ जान दे देने के लिए स्टेशन पर आने की बताई। इसके बाद महिला व उनके बच्चों को संरक्षित करते हुए महिला द्वारा बताए गए मोबाइल नंबर पर बात कर गया आरपीएफ पोस्ट पर बुलाया गया। इंस्पेक्टर श्री यादव ने बताया कि महिला के पति और उसकी ननद पोस्ट पर आई। जिन्होंने बताया कि घर से चले जाने के बाद से खोजबीन कर ही रहे थे कि आरपीएफ के द्वारा फोन पर पत्नी और बच्चों के बारे में बताया कि रेलवे स्टेशन पर है। श्री यादव ने बताया समझाने बुझाने के बाद पति के साथ घर जाने के लिए तैयार हो गईं। इसके लिए महिला के पति और परिवार के लोगों ने आरपीएफ के इस नेक कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यदि आरपीएफ सक्रिय नहीं होती तो कुछ भी अनहोनी हो सकती थी।