दो लड़कियां व एक लड़के को आरपीएफ ने ‘अनहोनी’ से बचाया, पटना पुलिस ने हाल ही में किया था लड़कियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

image editor output image 1424034020 17512671278854900405720553057364 दो लड़कियां व एक लड़के को आरपीएफ ने 'अनहोनी' से बचाया, पटना पुलिस ने हाल ही में किया था लड़कियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश
रेस्क्यू कराए गए लड़के व लड़कियों के साथ टीम

गया जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल की एक टीम ने नवादा जिले के दो लड़कियों एवं एक लड़के को रेस्क्यू कर चाइल्ड हेल्फ लाइन के हवाले कर दिया है। तीनों को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। रेस्क्यू हुए इन तीनों में से एक लड़के की उम्र 17 वर्ष बताई गई है। जबकि लड़कियों की उम्र 15 वर्ष बताई जा रही है। ये तीनों गया जंक्शन के एक नंबर प्लेटफॉर्म पर देखे गए थे। जिन्हें आरपीएफ ने कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा और आगे की कार्रवाई की।

किसी तरह की अनहोनी होने से बचा लिया गया

आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी निरीक्षक बनारसी यादव के अनुसार, लड़के की उम्र 17 वर्ष है जो कि नवादा जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है, जबकि 15 वर्षीया दोनों लड़कियां नवादा जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। सभी ने बताया कि सूरत में काम करने के लिए जाने वाले थे। लेकिन आरपीएफ की टीम ने इन सभी के साथ किसी तरह की अनहोनी न हो, इससे बचा लिया।

सीसीटीवी कैमरे में गतिविधियां संदिग्ध लगने पर टीम को भेजा गया

श्री यादव ने बताया कि कंट्रोल रूम में ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारी कोजब सीसीटीवी कैमरे में तीनों की गतिविधियां संदिग्ध लगी तो एक टीम को पार्सल ऑफिस के पास भेजा गया। उन्हें आरपीएफ पोस्ट में लाया गया। पूछताछ में बताए कि सभी घरवालों को बिना बताए सूरत जाने के लिए गया जंक्शन पर आए हैं। निरीक्षक श्री यादव ने बताया कि तीनों नाबालिग हैं। जिसकी सूचना चाइल्ड हेल्फ लाइन के कर्मचारी को दी गई। वे पोस्ट पर आए और उन्हें सुरक्षित सौंप दिया गया। आगे की कार्रवाई चाइल्ड हेल्प लाइन के द्वारा की जाती है।

मेडिकल जांच के बाद सीडब्ल्यूसी के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा

गया जिला बाल संरक्षण इकाई के जिला समन्वयक अमित कुमार ने पूछे जाने पर बताया कि आरपीएफ द्वारा सुपुर्द किए गए तीनों नाबालिग लड़के और लड़कियों को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। संस्था द्वारा कॉउंसलिंग किया जाना बाकी है। इसके बाद सभी को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाना है।

चार थे, पर एक बालिग लड़के को छोड़ दिया गया

जिला बाल संरक्षण इकाई के समन्वयक अमित कुमार ने बताया चार लोगों को आरपीएफ द्वारा पोस्ट में ले जाया गया था लेकिन उसमें एक लड़का जो कि नवादा जिले के इन्हीं सभी के पड़ोस के रहने वाला था, उसकी उम्र 18 से ऊपर थी तो उन्हें छोड़ दिया गया। बाकी इन तीनों को सुपुर्द किया गया है।

सूरत जाने के लिए सभी आए थे गया जंक्शन

बताया गया कि दो लड़के और चार लड़कियां गया जंक्शन से सूरत जाने की बात बताई है। समन्वयक अमित कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ये बातें इन सभी ने बताया है कि सभी सूरत जाने वाले थे। सूरत में पहले से इन सभी के कोई परिचित वहां रहते हैं। जहां काम करने के इरादे से घर से बिना कुछ बताए निकल गए थे।

ऐसे हुआ था लड़कियों को बेच देने वाले गिरोह का पर्दाफाश

बिहार की लड़कियों को राजस्थान में बेचने वाले एक गैंग को पटना पुलिस ने पर्दाफाश किया है। जो रेलवे स्टेशन पर नाबालिगों को टारगेट करते थे। पटना पुलिस ने शादी के नाम पर लड़कियों को बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश किया था। शुक्रवार को ही पटना एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने पूरे मामले का खुलासा किया था। आरा की लड़की को गैंग ने राजस्थान में बेचा था। एक लड़की वहां से भागकर दानापुर थाने पहुंची तो पूरे रैकेट का खुलासा हुआ। लड़की की निशानदेही पर पुलिस ने रोहतास के दिनारा में रेड की थी। यहां से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसमें एक महिला भी है।

मजबूर लड़कियों को गैंग बनाती है निशाना

पुलिस के अनुसार, ये गैंग रेलवे स्टेशन पर मजबूर लड़कियों को निशाना बनाती थी। इसके बाद अच्छी लाइफ का लालच देकर उनकी शादी करवाती थी। शादी के बाद मध्यप्रदेश और राजस्थान में लड़कियों को बेच दिया जाता था।

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