देवब्रत मंडल

पूर्णिया-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा कर रहे यात्रियों ने गया में एसी खराब होने को लेकर जमकर हंगामा किया। करीब एक घन्टे ट्रेन को यार्ड में रोके रखा। रेलवे के स्थानीय पदाधिकारी यात्रियों को समझाने की कोशिश करते रहे। एसी कोच की मशीन काम नहीं करने से बेहाल यात्री किसी की भी सुनने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि मोकामा स्टेशन से कोच की एसी काम नहीं कर रहा है। शिकायत के बावजूद कोई ठीक नहीं करने आया तो मजबूरन उन्हें ऐसा कदम गया में उठाने पड़े हैं।
आश्वासन कोरा साबित होने पर उग्र हो गए थे यात्री
दरअसल यात्रियों को आश्वासन दिया जाता रहा था कि अगले स्टेशन पर एसी ठीक करवा दिया जाएगा लेकिन ट्रेन गया जंक्शन पर पहुंच गई। यहां भी प्लेटफॉर्म पर टेक्नीशियन नहीं ठीक करने पहुंचे तो यात्रियों में गुस्सा और बढ़ता चला गया। गर्मी भी प्रचंड है। जिससे यात्री बेहाल थे।
गया जंक्शन से खुलने के बाद यार्ड में रोक दी ट्रेन, पदाधिकारी की सुनने को तैयार नहीं

परिचालन विभाग ने ट्रेन को गया से ट्रेन को कोडरमा की ओर रवाना कर दिया। जिसके बाद यात्रियों ने यहां से ट्रेन कुछ ही दूरी तय ही की थी कि यात्रियों ने एसीपी(वैक्यूम) कर यार्ड में गाड़ी को रोक दिया। इसके बाद डिप्टी एसएस आरके भारती, आरपीएफ इंस्पेक्टर बनारसी यादव आदि यार्ड में पहुंचे और यात्रियों को मनाते हुए ट्रेन को खुलने देने की अपील करते रहे।
तकनीशियन ने खमियाँ की दूर तो उन्हें भी यात्री साथ ले गए
इस बीच इलेक्ट्रिक विभाग के एक तकनीशियन को बुला लिया गया था। जिन्होंने खामियां दूर की। यात्री इतने से भी नहीं मान रहे थे। स्थानीय रेल प्रशासन से लिखित में ये मांग कर रहे थे कि आगे फिर कोई परेशानी नहीं होगी। अंततः तकनीशियन को कोच में ही साथ जाना पड़ा। जो कोडरमा स्टेशन तक गए। बीच रास्ते में एसी कोच की मशीन काम करने लगा था तो तकनीशियन कोडरमा से वापस गया आए।
पूर्णिया-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन के कोच बी-1 और ए-1 में आई थी तकनीकी खराबी
गाड़ी संख्या 18625 पूर्णिया-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन के कोच बी-1 और ए-1 बोगी के तकनीकी खराबी आई थी। जिसके यात्रियों ने हंगामा किया और रेलवे अधिकारियों से इसकी शिकायत की। यात्रियों ने बताया कि उन्होंने पटना और मोकामा में भी इसकी शिकायत की थी। लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। जब ट्रेन गया जंक्शन पर पहुंची, तो यात्रियों ने शोर-शराबा करना शुरू कर दिया। रेलवे के आधिकारिक सूत्रों से बताया गया कि हंगामे के कारण गया में ट्रेन करीब 57 मिनट तक रुकी रही।
रेल प्रशासन ने कहा हम यात्रियों की सुविधाएं देने के लिए कटिबद्ध हैं
इधर, रेल प्रशासन का कहना है कि यात्रियों की परेशानियों को दूर करते हुए उनकी यात्रा को सुखद और निरापद बनाने के लिए हम कटिबद्ध हैं। तकनीकी खराबी को दूर करा दिया गया, इसके बाद यात्रियों ने अपने गंतव्य स्थान तक की यात्रा पूरी की