देवब्रत मंडल

पूर्व मध्य रेलवे के रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना ने कनीय अभियंता (ट्रेक मशीन) के 94 रिक्तियों के लिए परीक्षा आयोजित की थी। परीक्षा परिणाम जारी होने पर अभ्यर्थियों ने पाया कि अधिसूचना में वर्णित मेघा सूचकांक फार्मूला का पालन नहीं किया गया था। इस खबर के प्रकाशित किए जाने के बाद इस परीक्षा के परिणाम को निरस्त कर दिया गया है।
पूर्व मध्य रेल (रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ)
अध्यक्ष रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ, पूर्व मध्य रेल ने 26 जून को इस संबंध में एक पत्र जारी कर दिया है।
अध्यक्ष ने जारी किया निरस्त करने का आदेश
अध्यक्ष ने जारी अपने एक आदेश में कहा है कि
अधिसूचना सं० आरआरसी/ईसीआर/एचआरडी/भर्ती/जीडीसीई / 2023 दिनांक 16:08 2023 से संदर्भित अधिसूचना के आलोक में सूचना 21/2023 दिनाक 19.06.2025 के तहत प्रकाशित अनंतिम परिणाम को अपरिहार्य कारणों से तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाता है।
अभ्यर्थियों से सावधानी बरतने की अपील

अध्यक्ष ने अपील करते हुए आगे कहा है कि जीडीसीई से संबंधित सभी प्रकार की सूचना रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ, पूर्व मध्य रेल, पटना के आधिकारिक वेबसाईwww.ecr.indianrailways.gov.in>Hajipur H.Q. >RRC/Patna पर उपलब्ध करायी जायेगी। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि निरंतर बेबसाईट का अवलोकन करते रहें। अध्यक्ष ने कहा है कि बेईमान तत्वों से कृपया सावधान रहें और उनके बहकावे में न आएं। रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ, पूर्व मध्य रेल, पटना की एक मात्र आधिकारिक वेबसाईट www.ecr.indianrailways.gov.in>Hajipur H.Q. >RRC/Patna पर इस भर्ती के संबंध में समय-समय पर सूचनाएं दी जाती है। किसी अन्य वेबसाईट पर न तो विश्वास करे और न उपयोग करें। उम्मीदवारों का चयन पूर्णतः योग्यता के आधार पर किया जाता है।
बताते चलें कि 26 जून को इस परीक्षा के परिणाम में हुई कथित अनियमितता को अभ्यर्थियों ने विरोध को लेकर एक खबर प्रकाशित की गई। इसके बाद यह परीक्षा निरस्त करने की बात अध्यक्ष ने अपने एक पत्र में कही है।
मामला:अधिसूचना और परीक्षा परिणाम
- अधिसूचना संख्या- आर आर सी/ईसीआर/एच आर डी/भर्ती/जीडीसीई/2023, दिनांक 16.08.2023 के अनुसार पात्रता की शर्तें, चयन पद्धति एवं रिक्तियों का विवरण दिया गया था।
- 10.01.2025 को परीक्षा हुआ और 19.06.2025 को परीक्षा परिणाम जारी किया गया।
अभ्यर्थियों की थी प्रतिक्रिया
- परीक्षा परिणाम जारी होते ही वैसे अभ्यर्थियों में निराशा और हताशा फैल गई थी। जिन्होंने अधिसूचना के अनुसार तैयारी की थी।
- अभ्यर्थियों ने मामले को मीडिया के संज्ञान में लाया। मीडिया ने रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना के अध्यक्ष सी.एस. आजाद से जानना चाहा था कि परीक्षा परिणाम में मेघा सूचकांक फार्मूला का पालन किया गया है?
अध्यक्ष की थी प्रतिक्रिया
- अध्यक्ष सी.एस. आजाद ने गोल मटोल जबाब देते हुए कहा था कि विभिन्न विभागों के रिक्तियों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार किया गया है।
- इस परीक्षा परिणाम तैयार करने में हुई कथित गलती को जब मीडिया ने रेल पटल पर और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं महानिदेशक कार्मिक के संज्ञान में लाया तो अध्यक्ष अभ्यर्थियों के सामने सफाई पेश करने लगे थे कि उन्होंने परीक्षा बहुत ही ईमानदारी से ली है और परीक्षा लेने वाली और परिणाम तैयार करने वाली एजेंसी से गलती हुई है।
आगे की कार्रवाई, अभ्यर्थियों ने जताया आभार
- अब देखना यह है कि रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना जिस एजेंसी के माध्यम से परीक्षा कंडक्ट करवाया है तो उस एजेंसी के विरुद्ध कौन सा निरोधात्मक कार्रवाई होती है।
- अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ पटना अपनी गलती को सुधारेगा और उन्हें न्याय मिलेगा। अब जबकि परीक्षा निरस्त कर दी गई है तो अभ्यर्थियों का कहना है कि इसके पहले जबलपुर में भी ऐसा ही कुछ हुआ था तो अभ्यर्थियों ने विरोध जताया था और बाद में परिणाम को निरस्त कर दिया गया था।
- अभ्यर्थियों ने मीडिया और अध्यक्ष के प्रति आभार जताते हुए कहा है मीडिया यदि इस मुद्दे को नहीं उठाती तो शायद उन्हें न्याय नहीं मिल पाता और प्रतिभा को गहरा ठेस पहुंचती। वहीं अध्यक्ष के प्रति आभार जताया है कि सही पात्रों के इस पद पर चयन के लिए परिणाम निरस्त किया है, जिसका सभी स्वागत करते हैं