देवब्रत मंडल

पूर्व मध्य रेल के डीडीयू मंडल अंतर्गत रोड अंडर ब्रिज के निर्माण कार्य में रेल की संपत्ति की चोरी का खुलासा हो गया है। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट magadhlive news को हाथ लगी है। पूरा मामला रफ़ीगंज में रोड‑अंडर‑ब्रिज (RUB) के लोहे की चोरी से संबंधित है। आरपीएफ की टीम ने दिल्ली के एक फर्म के मुंशी को तो रंगे हाथों पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है लेकिन इस अपराध में शामिल एक और मुंशी फरार चल रहा है। वहीं चोरी गए लाखों के माल अभी भी बरामद नहीं हो सका है। इस बडे पैमाने पर हुई चोरी की घटना का खुलासा करने के लिए आरपीएफ की टीम लगी हुई है।
अनुबंध समाप्ति के बाद लोहे को अनाधिकृत रूप से बेचा गया
संक्षेप में कहें तो रेलवे द्वारा भुगतान किए गए 48 मीट्रिक टन लोहे को अनुबंध समाप्त होने के बाद अनधिकृत रूप से बेचा गया। RPF ने मौके पर कार्रवाई कर 27 MT बरामद कर ली, 15 MT अभी भी गायब है, और मुख्य आरोपी शिव कुमार को गिरफ्तार कर FIR दर्ज कर ली गई है।
आरपीएफ के आईजी के आने की सूचना
सूत्रों की मानें तो पूर्व मध्य रेल के रेलवे सुरक्षा बल के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अमरेश कुमार रविवार यानि 23 नवंबर को डीडीयू मंडल में आ सकते हैं। जानकारी प्राप्त हो रही है कि इस दौरान रेल आईजी श्री कुमार गया जंक्शन भी आएंगे। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच शुरू हो गई है।
- घटना का पृष्ठभूमि
- तारीख‑समय : 19 नवंबर 2025, दोपहर 12:00 बजे
- सूचना देने वाला : दीपक कुमार गुप्ता (IOW/कंस्ट्रक्शन/डेहरी‑ऑन‑सोन)
- स्थान : रेलवे गेट 21/C, रफ़ीगंज‑देवराेड स्टेशन के बीच, किलोमीटर पोल 513/4‑513/6 के आसपास
- क्या हुआ है?
रफ़ीगंज‑देवराेड के बीच बन रहे रोड‑अंडर‑ब्रिज (RUB) के निर्माण में उपयोग होने वाली प्रोटेक्शन प्लेट और बीम (लगभग 48 मीट्रिक टन लोहे) को कंपनी M/S Brijesh Kumar Agarwal को भुगतान किया गया था। यह लोहा रेलवे की संपत्ति माना जाता है।
- 30 जून 2025 को अनुबंध समाप्त (टर्मिनेट) कर दिया गया, इसलिए कंपनी को अब इस लोहे पर अधिकार नहीं था।
- टर्मिनेशन के बाद, ZETWERK नाम की पेटी‑कॉन्ट्रैक्टर कंपनी ने इस लोहे को HUDA ENTERPRISES को ऑक्शन में बेच दिया।
- चोरी की प्रक्रिया
- शिव कुमार (29 वर्ष, मुंशी, HUDA ENTERPRISES, दिल्ली) ने गैस कटर से इस लोहे को काट‑कर ट्रक में लाने की कोशिश की।
- सूचना मिलने पर रफ़ीगंज RPF पोस्ट के उप‑निरीक्षक इंदल कुमार और उनकी टीम ने मौके पर पहुँच कर शिव कुमार को रंग‑ए‑हाथ पकड़ा।
- बरामद एवं बक़ी माल
विवरण मात्रा टिप्पणी
कुल अनुमानित लोहा 48 MT रेलवे की मूल संपत्ति
बरामद किया गया 27.376 MT प्लेट और बीम के टुकड़े
अभी भी गायब 14.776 MT अनुमानित मूल्य ≈ ₹ 12,64,560 का हिस्सा
अनुमानित कुल मूल्य ₹ 12,64,560 स्क्रैप मूल्य के आधार पर
- बरामद माल को 21 नवंबर 2025 को वजन कर पोस्ट‑मालखाने में रखा जाएगा।
- कानूनी कार्रवाई
- FIR 02/2025 : 20 नवंबर 2025 को रफ़ीगंज RPF पोस्ट में दर्ज।
- धारा : 3, रेल संपत्ति (अवैध कब्ज़ा) अधिनियम 1966 (संशोधन 2012)।
- गिरफ़्तार : शिव कुमार (मुंशी, HUDA ENTERPRISES) – हिरासत में।
- फरार : अनिल कुमार यादव (ZETWERK का मुंशी) – अभी तक पकड़ा नहीं गया।
- शामिल प्रमुख लोग व कंपनियाँ
- दीपक कुमार गुप्ता – IO (इन्फ़ॉर्मेशन ऑफ़िसर) / कंस्ट्रक्शन, डेहरी‑ऑन‑सोन (सूचना देने वाला)
- M/S Brijesh Kumar Agarwal – मूल कॉन्ट्रैक्टर, 30 जून 2025 को टर्मिनेट
- ZETWERK – पेटी‑कॉन्ट्रैक्टर, लोहे को ऑक्शन में बेचा
- HUDA ENTERPRISES – खरीदार, शिव कुमार इस कंपनी में मुंशी के तौर पर काम करता है
- शिव कुमार – मुख्य आरोपी, गैस कटर से लोहे को काट रहा था
- अनिल कुमार यादव – ZETWERK का मुंशी, फरार
- इंदल कुमार – उप‑निरीक्षक, रफ़ीगंज RPF पोस्ट (पहला अधिकारी)
- राम विलास राम – निरीक्षक, अतिरिक्त कार्यभार (रफ़ीगंज)
- चन्दन कुमार – निरीक्षक, अपराध आसूचना शाखा, गया
- आगे की प्रक्रिया
- जांच : रफ़ीगंज RPF के निरीक्षक राम सुमेर द्वारा जारी।
- प्रमाण : बरामद लोहे का वजन और पहचान करने के लिए IO कंस्ट्रक्शन से दस्तावेज़ माँगे गए।
- साक्ष्य : स्थानीय गार्ड सुरेंद्र यादव ने बताया कि लगभग 15 दिन पहले एक ट्रक में लोहा ले जाया गया था।
