देवब्रत मंडल

गया रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी की संयुक्त टीम ऑपरेशन सतर्क के तहत एक सफल कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल के शराब माफियाओं को दबोचने में सफल रही है। इस अभियान में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के पास से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद की गई। हालांकि टीम को देखने के बाद शराब माफिया गठरी में छिपा कर लाई गई शराब के साथ भागने की कोशिश की परंतु टीम ने दोनों को दबोच लिया। निरीक्षक प्रभारी रेलवे सुरक्षा बल बनारसी यादव ने बताया कि उनके निर्देशन में आरपीएफ गया के सहायक उप निरीक्षक मृत्युंजय कुमार अकेला, आरक्षी अमित कुमार, आरक्षी देवेंद्र कुमार, आरक्षी शशि शेखर और जीआरपी की टीम प्लेटफॉर्म पर आपराधिक गतिविधियों पर निगरानी रख रही थी। उन्होंने बताया रोहित प्रसाद, उम्र 20 वर्ष, पिता सुभाष प्रसाद, रेल पार डेंगाल, थाना नॉर्थ पश्चिम बंगाल, जिला वर्धमान (पश्चिम बंगाल) एवं शिव सिंह, उम्र 18 वर्ष, पिता गुरचरण सिंह, सकीन रेल पिर डेंगाल, थाना नॉर्थ पश्चिम बंगाल, जिला वर्धमान (पश्चिम बंगाल) को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया की प्लेटफॉर्म संख्या 01 पर स्थित मिडल एफओबी के नीचे जब टीम पहुंची तो देखा कि पुलिस को देखकर दो व्यक्ति अपना अपना साड़ी के गठरी उठाकर भागने एवं छिपने लगे। बल के सहयोग से दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया। पूछने पर दोनों ने बताया कि वे दोनों के गठरी में शराब है। जिसे वे बंगाल से लाकर बिहार में ऊंचे दाम पर बेच देते हैं। श्री यादव ने बताया कि रोहित प्रसाद के गुलाबी रंग के साड़ी के गठरी से 100 पीस ऑफिसर चॉइस एलीट व्हिस्की प्रत्येक 500 एमएल की है। जिसकी कीमत 13,000 रुपये है। जबकि शिव सिंह के पीला रंग के साड़ी के गठरी से 96 पीस ऑफिसर चॉइस ग्रेन एलीट व्हिस्की प्रत्येक 180 एमएल बरामद हुआ है। जिसकी कीमत 12,480 रुपये है। उन्होंने बताया कुल बरामद शराब 35.280 लीटर है और इसकी कीमत 25,480 रुपये है। हालांकि किस ट्रेन से शराब लेकर ये दोनों गया जंक्शन पर उतरे थे, इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई है। यदि सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाला जाता है तो पता चल सकता है कि आखिर किस ट्रेन से शराब लेकर ये दोनों आए थे और इनके साथ और कौन लोग थे। बता दें कि इसके पहले भी दो शराब तस्करों को आरपीएफ एवं जीआरपी की संयुक्त टीम ने गया जंक्शन पर पकड़ा था। ये दोनों भी पश्चिम बंगाल से ही शराब लेकर गया जंक्शन पर आए थे। कहीं पूर्व में गिरफ्तार तस्करों से इस दोनों तस्करों के तार तो नहीं जुड़े हुए हैं। आखिर गया जंक्शन पर आने के बाद शराब माफिया या तस्कर किसे आपूर्ति कराते हैं। ये जांच में खुलासा हो सकता है।