
टिकारी संवाददाता: अनुमंडलीय अस्पताल में शनिवार को डायरिया से पीड़ित 50 वर्षीय चंद्रकिशोर पासवान की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा किया। मृतक चंद्रकिशोर, कोंच थाना क्षेत्र के धनचुहा गांव के निवासी थे।
चंद्रकिशोर के पुत्र रजनीकांत ने बताया कि उनके पिता की तबीयत 21 अगस्त को खराब हुई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था। चिकित्सकों ने इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया। हालांकि, शुक्रवार को हालत फिर से बिगड़ने पर अस्पताल लाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था न होने का हवाला देकर उन्हें वापस भेज दिया।
शनिवार सुबह, तबीयत में कोई सुधार न होने पर परिजन उन्हें फिर से अस्पताल लेकर आए, लेकिन इस बार भी डॉक्टर इलाज के लिए समय पर नहीं पहुंचे। जब तक डॉक्टर पहुंचे, चंद्रकिशोर की मौत हो चुकी थी। इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल की ओपीडी सेवा बंद कराकर हंगामा शुरू कर दिया।
हंगामे की सूचना मिलते ही टिकारी थाना के एसआई सूर्येश कुमार शर्मा दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद, प्रखंड प्रशासन ने पारिवारिक लाभ योजना के तहत 20,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की।
इस बीच, मौके पर पहुंचे युवा राजद के प्रदेश महासचिव सौरव ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि घटना के कई घंटे बाद भी अस्पताल के उपाधीक्षक और प्रबंधक की गैरमौजूदगी, उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ, और परिजन शव लेकर घर लौट गए।