डीएम ने स्मार्ट मीटर के फायदे गिनाए, लोगों से सहयोग की अपील,अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

Deepak Kumar
4 Min Read

गया: ज़िला पदाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने राज्य सरकार की नीति के तहत बिजली विभाग द्वारा लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर के लाभों को विस्तार से बताते हुए लोगों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं के हित में है और इससे बिजली उपयोग में पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी।

स्मार्ट मीटर के फायदे

1. उपभोक्ता अधिकार:
स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत पर पूरा नियंत्रण प्रदान करता है। उपभोक्ता अपनी खपत के आधार पर अपने हिसाब से बिजली का उपयोग कर सकते हैं।

2. सटीक और पारदर्शी बिलिंग:
स्मार्ट मीटर मानवीय भूल से होने वाली गलत रीडिंग की समस्या को समाप्त करता है। इससे उपभोक्ताओं को जितनी बिजली का उपयोग होता है, उसका सटीक और सही बिल मिलता है।

3. ऑनलाइन रिचार्ज और छूट:
उपभोक्ता स्मार्ट मीटर को ऑनलाइन रिचार्ज कर सकते हैं और उन्हें 3% की अतिरिक्त छूट मिलती है। इसके अलावा, 2000 रुपये या उससे अधिक की राशि से एकमुश्त 6 महीने या उससे अधिक समय के लिए रिचार्ज करने पर ब्याज भी मिलता है।

4. रियल टाइम मॉनिटरिंग:
स्मार्ट मीटर में लगे मॉडम के माध्यम से बिजली खपत की रियल टाइम जानकारी प्राप्त की जा सकती है। उपभोक्ता बिहार ऊर्जा स्मार्ट मीटर ऐप के माध्यम से दैनिक, साप्ताहिक और मासिक खपत देख सकते हैं।

5. सेवा निरंतरता:
बैलेंस शून्य या नेगेटिव होने पर उपभोक्ता को एसएमएस के माध्यम से रिचार्ज करने की सूचना दी जाती है। रिचार्ज न करने पर भी उपभोक्ता दो दिनों तक बिजली का उपयोग कर सकते हैं। तीसरे दिन केवल कार्य दिवस को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच ही बिजली कटती है।

6. सरल भुगतान प्रक्रिया:
उपभोक्ता अपने बिजली बिल का भुगतान मोबाइल ऐप के माध्यम से कर सकते हैं, जिससे बिजली कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं होती।

7. पूर्व के बकाए का समाधान:
स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता अपने पूर्व के बकाए को आसान दैनिक किस्तों में जमा कर सकते हैं।

8. अतिरिक्त सुविधाएं:

  • स्मार्ट मीटर द्वारा लिए गए नए कनेक्शन में सिक्योरिटी डिपॉजिट की आवश्यकता नहीं होती। पूर्व में लिया गया सिक्योरिटी डिपॉजिट उपभोक्ता के प्रीपेड बैलेंस से एडजस्ट कर दिया जाता है।
  • स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के उपरांत 6 महीने की अवधि तक स्वीकृत भार से अधिक दर्ज होने पर पेनाल्टी नहीं ली जाती। उपभोक्ता अपनी खपत के अनुसार अपना लोड बढ़ा सकते हैं।
  • ग्रिड कनेक्टेड सोलर पैनल इंस्टॉल करने की स्थिति में स्मार्ट प्रीपेड मीटर बदलने की आवश्यकता नहीं होती।

डीएम की अपील

जिला पदाधिकारी ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे सरकार की नीति के तहत अपने घरों में स्मार्ट मीटर लगवाएं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली उपयोग में पारदर्शिता आएगी और उपभोक्ताओं को इससे कई फायदे मिलेंगे। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे किसी भी तरह के भ्रम में न रहें और स्मार्ट मीटर लगवाने में सहयोग करें।

दुष्प्रचार पर कार्रवाई

डीएम ने बताया कि हाल के दिनों में स्मार्ट मीटर लगाने के दौरान गलत तरीके से लोगों को भ्रमित करने को लेकर 5 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। इसके अतिरिक्त, एक व्यक्ति मुन्ना कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।

Share This Article
Follow:
Deepak Kumar – A dedicated journalist committed to truthful, unbiased, and impactful reporting. I am the Founder and Director of Magadh Live news website, where every piece of news is presented with accuracy and integrity. Our mission is to amplify the voice of the people and highlight crucial issues in society. "True Journalism, Unbiased News" – This is our core principle!
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *