देवब्रत मंडल

गया जिले के एसएसपी कार्यालय के पीछे वायरलेस ऑफिस है। जिसका निर्माण(उन्नयन) कार्य किया जा रहा है। इसी परिसर में भवन निर्माण के लिए प्रयोग में आने वाली सामग्री रखने के लिए एक कर्कट नुमे कमरे से मद्य निषेध विभाग और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार की रात विदेशी शराब बरामद की थी। इस मामले में दो लोगों के गिरफ्तार किए जाने की जानकारी एसएसपी आनंद कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है। उन्होंने बताया है कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। ताकि इस मामले में संलिप्त अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा सके। एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि 20 मई को निर्माणाधीन वितंतु (वायरलेस) भवन के निर्माण सामग्री कक्ष से अंग्रेजी शराब बरामद की गई है।
एसआईटी की टीम में इन पदाधिकारियों को किया गया शामिल
उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर पुलिस अधीक्षक, गया के मार्गदर्शन तथा अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। ताकि टीम इस कांड में संलिप्त सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सके। बुधवार को स्वयं एसएसपी आनंद कुमार इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए जिस स्थान से शराब बरामद हुई, उसकी जांच करने पहुंचे। एसएसपी श्री कुमार ने बताया कि 21 मई को वे स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण किया। गठित विशेष टीम के साथ पूरे प्रकरण की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने त्वरित एवं प्रभावी अनुसंधान सुनिश्चित करते हुए इस कांड में संलिप्त सभी अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि इसी वायरलेस ऑफिस की टूटे दीवार रहने की आशंका जताते हुए यहां किसी के भी आने जाने की संभावना जताई गई है। एसएसपी ने बताया है कि मंगलवार की रात संयुक्त टीम ने चाय बेचने वाले राकेश कुमार के घर में छापेमारी की थी। जिसके घर से भी विदेशी शराब बरामद किए गए थे।
बरामद शराब के मामले में गिरफ्तार राकेश चाय वाले की पत्नी व मद्य निषेध विभाग की पदाधिकारी

वहीं इस परिसर में बने निर्माण सामग्री के लिए कमरे से भी शराब बरामद हुई थी। इस मामले में मंगलवार की रात चाय बेचने वाले राकेश कुमार की पत्नी को गिरफ्तार करने की बात सहायक आयुक्त मद्य निषेध प्रियरंजन ने बताई थी। आज बुधवार को एसएसपी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किए जाने की बात बताई है। राकेश इस जगह पर चाय की दुकान चलाता है। जिसके द्वारा शराब के अवैध कारोबार करने की गुप्त सूचना मद्य निषेध विभाग को भी मिली थी। राकेश कुमार तो फरार होने में सफल रहा लेकिन उसकी पत्नी पकड़ी गई थीं। इन दोनों जगहों से करीब 30 लीटर बियर और अंग्रेजी शराब जब्त की जा चुकी है।
वायरलेस कार्यालय परिसर से शराब की बरामदगी के कारण मामला हाई प्रोफाइल हो गया

चुकी देर रात वायरलेस कार्यालय परिसर से शराब की बरामदगी के कारण यह मामला हाई प्रोफाइल हो गया। क्योंकि वायरलेस कार्यालय एसएसपी ऑफिस के ठीक पीछे है। इसके बाद इस मामले को एसएसपी ने गंभीरता से लेते हुए इस कांड में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए एसआईटी का गठन कर इसकी जांच शुरू कर दी है।
राकेश चायवाला फरार, दुकान की आड़ में शराब बेचने का धंधा भी कर रहा था
चुकी राकेश चायवाला फरार है और उसकी पत्नी गिरफ्त में आ चुकी है तो अब तक इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों के द्वारा पूछताछ में क्या बताया जा रहा है। इसका तो खुलासा नहीं हुआ है लेकिन इस कांड में पर्दे के पीछे किसकी क्या भूमिका रही है। इसकी जांच शुरू हो चुकी है।
वैसे राकेश चाय वाले के बारे में यही अबतक सुनने को मिल रहे हैं कि चाय की दुकान की आड़ में शराब बेचने का धंधा लंबे समय से कर रहा था और इस धंधे में राकेश कुमार के साथ और कोई शामिल रहा भी है या नहीं। इसका खुलासा भी एसआईटी की टीम द्वारा जल्द कर लिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।