आधी अधूरी व्यवस्थाओं के बीच पितृपक्ष मेला की होगी शुरुआत, तीर्थयात्रियों को ‘नेचुरल कॉल’ के लिए पड़ेगा तड़पना

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

img202509051319003894655805307907680 आधी अधूरी व्यवस्थाओं के बीच पितृपक्ष मेला की होगी शुरुआत, तीर्थयात्रियों को 'नेचुरल कॉल' के लिए पड़ेगा तड़पना
img202509051317062892407796154696637 आधी अधूरी व्यवस्थाओं के बीच पितृपक्ष मेला की होगी शुरुआत, तीर्थयात्रियों को 'नेचुरल कॉल' के लिए पड़ेगा तड़पना

विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2025 को लेकर जिला प्रशासन द्वारा द्वारा तो लगभग सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है लेकिन रेल प्रशासन मानो इसे कोई खास तबज्जो नहीं देता दिखाई दे रहा है।
5 सितंबर को दोपहर दो बजे के पहले तक की स्थितियों पर जब मगध लाइव ने नजरें दौड़ाई तो व्यवस्थाएं आधी अधूरी ही दिखाई दिए। गया जंक्शन पर बनाए गए प्रतीक्षालयों में तीर्थयात्रियों के बैठने के इंतजाम किए गए हैं लेकिन इसमें शौचालयों में ताले बंद दिखाई दिए। कई यात्रियों ने कहा कि जब शौचालय तो हैं लेकिन इसके दरवाजे पर ताला जड़ दिया गया है। आखिर ‘नेचुरल कॉल’ की स्थिति में लोगों को तड़पना ही पड़ेगा।
दिव्यांग यात्रियों के लिए कहें या फिर वृद्ध लोगों के लिए बनाए गए शौचालय को तो स्टोर रूम बना दिया गया है। इसका उपयोग लोग कैसे कर सकेंगे। कुछ महिला यात्रियों ने कहा कि ताला बंद कर देना गलत है। वहीं पटना से चलकर मिर्जापुर जाने के लिए गया जंक्शन के इस प्रतीक्षालय में बैठे एक यात्री ने कहा कि ये कैसा प्रतीक्षालय है, जिसके वॉशरूम के दरवाजे को बंद रखा गया है।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि गया जंक्शन के बाहरी परिसर(आरपीएफ बैरक के सामने) ऑटो रिक्शा चालकों द्वारा अवैध कब्जा नजर आने पर इसे हटवाने के लिए संबंधित अधिकारियों को कहा गया है। साथ ही कई जगहों की फोटोग्राफी की गई है और संबंधित अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया है। बता दें कि डीआरएम भी शौचालय के दरवाजे पर ताला लगा देखकर भड़क गए थे।

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