देवब्रत मंडल

ये शख्स कहीं आपको नजर आता है या संपर्क में आता है तो सतर्क रहिएगा। ये आदमी अपने को सेना का जवान बताता है और हुलिया भी इसी का बनाकर चल रहा है। वर्दी के उपर लगे बैज में जो नाम लिखा हुआ है, वो सही है या गलत इस पर भी संदेह है। यह आदमी सेना का जवान है भी या नहीं, कहना मुश्किल है। दरअसल यह आदमी पिछले कुछ दिनों से गया रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर में आना जाना कर रहा था। कुछ लोगों से संपर्क में भी आ गया। लोग वर्दी और बैज पर भरोसा कर लिया। अचानक एक दिन एक दुकानदार से ओटीए से एक अटैची दिलवा देने के नाम पर छः हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवा लिया। इसके बाद दुकानदार को ओटीए के पास बुलवा भी लिया। जब दुकानदार ओटीए के पास पहुंच कर फोन किया तो इस कथित करण यादव नामक व्यक्ति का फोन स्विच ऑफ बताने लगा। पीड़ित दुकानदार ने कहा कि हमारे साथ ठगी हो गई है। हमने इनके वर्दी और इंसान पर भरोसा कर लिया था। दुकानदार ने बताया कि उन्होंने इस व्यक्ति के द्वारा कथित ठगी की शिकायत ऑनलाइन करते हुए इसके यूपीआई आईडी (बैंक के खाते) को फ्रीज करवा दिया है। करीब राशि 15 हजार रुपये होल्ड करवा दिया गया है। पीड़ित दुकानदार इसके पहले भी आरपीएफ के एक सेवानिवृत्त जवान के पुत्र के झांसे में आकर अच्छे रुपए गंवा दिया है। पीड़ित दुकानदार का कहना है कि आखिर इंसान, इंसान पर ही भरोसा करना छोड़ दे तो इस जगत के मालिक पर से भी लोगों का भरोसा उठ जाएगा।