देवब्रत मंडल


मगध लाइव की न्यूज़ पर आरपीएफ ने संज्ञान लेते हुए गाड़ी संख्या 13553 आसनसोल से चलकर वाराणसी जाने वाली पैसेंजर ट्रेन से अवैध रूप से परिवहन की जा रही लकड़ियों के कई गट्ठर जब्त किया है। हालांकि इस अवैध लकड़ी के तस्करी के खेल में शामिल सदस्य नहीं पकड़े जा सके हैं।
मानपुर जंक्शन पर जांच में पकड़ी गई लकड़ियां
आरपीएफ पोस्ट के बनारसी यादव, निरीक्षक प्रभारी ने बताया कि मंगलवार(18.11.2025) को मानपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक पर दोपहर बाद 13.54 बजे आई थी। उप निरीक्षक आर. के. सिंह बल के जवान को साथ लेकर गाड़ी को चेक कर रहे थे। कुछ यात्रियों ने बताया कि गाड़ी में जलावन के लिए लकड़ी पिछले स्टेशन से लोड कर परिवहित किया जा रहा है, जिससे आने-जाने में परेशानी हो रही है।
वन विभाग को कर दिया गया सुपुर्द
इसके बाद चेक करते हुए जब इंजन से दूसरे साधारण कोच में पहुंचे तो देखा कि सूखी लकड़ियां के बंडल(गट्ठर) कोच में लोड किया हुआ है। जिस पर किसी ने लकड़ी पर अपना दावा नहीं किया। तत्पश्चात सूखी लकड़ियों को मानपुर स्टेशन पर उतारा गया। जो करीब तीन क्विंटल जलावन की सुखी लकड़ी थी। जिसे जप्त कर वन विभाग के माडनपुर स्थित डिपो कार्यालय में ले जाकर सुपुर्द किया गया। श्री यादव ने बताया कि जप्त लकड़ी का मूल्य 5000/- आंकी गई।
पूर्व में इस ट्रेन से जब्त की जा चुकी है लकड़ियां
बताते चलें कि कुछ दिन पहले मगध लाइव की टीम ने इस ट्रेन में लकड़ियों के अवैध परिवहन के कारण यात्रियों के साथ होने वाली परेशानियों से अवगत कराया था। इसके पूर्व में भी किसी व्यक्ति ने इस ट्रेन अवैध रूप से लकड़ियों के परिवहन को लेकर आरपीएफ एवं रेल के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया था तो उस वक्त भी मानपुर स्टेशन पर अवैध रूप से लाई जाने वाली लकड़ियों को जब्त करने की कार्रवाई की थी। उस वक्त भी किसी की गिरफ्तारी नहीं संभव हो सकती थी।
कुछ दिनों बाद फिर शुरू हो जाएगा सिलसिला
इस कोडरमा-गया रेलखंड पर इस ट्रेन से लकड़ियों के अवैध परिवहन का धंधा चलता रहता है। इस ट्रेन के दैनिक यात्रियों का कहना है कि हर दिन लकड़ियां गुरूपा वन क्षेत्र से काटकर लाई जाती है। जो मानपुर स्टेशन और शहीद ईश्वर चौधरी हाल्ट पर माफिया उतरवा लेते हैं। इसके बाद ठेला या अन्य वाहनों से बाजार तक पहुंच जाते हैं। इस धंधे में शामिल लोगों का एक बड़ा नेटवर्क है। अवैध शराब के भी परिवहन किए जाने की बात विश्वनीय सूत्र बताते हैं।
