आमस,बाराचट्टी एवं डुमरिया क्षेत्र के कुल 09 सड़के सालों से था लंबित
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
गया जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम की विशेष पहल से करीब 9वर्षो से लंबित सड़के नक्सल प्रभावित क्षेत्र आमस, बाराचट्टी एवं डुमरिया के सड़को के निर्माण का अब रास्ता साफ हो गया है। कई वर्षों से इन सड़कों का निर्माण काम बंद पड़ा था। बहुत जल्द ही इन सड़को का निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। तीनो अंचल मिलाकर कुल 86.51 एकड़ क्षेत्र में सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। सड़क निर्माण वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लंबित रहने के कारण कार्य बंद था। वर्तमान समय में वन विभाग को समतुल्य गैर वन भूमि को चिन्हित कर वन विभाग को दे दिया गया है। अब जल्द ही वन विभाग के उक्त क्षेत्र में सड़के का निर्माण प्रारंभ कर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत डुमरिया अंचल अंतर्गत कुल 04 सड़क यथा मनुवर सड़क निर्मण हेतु 4.94 एकड़ वन भूमि, काकोना सड़क निर्मण हेतु 7.41 एकड़ वन भूमि, दुबत सड़क निर्माण हेतु 9.88 एकड़ वन भूमि एवं अनारबन सलैया सड़क निर्मण हेतु 24.70 एकड़ वन भूमि में सड़क निर्माण किया जाना है, जिसके समतुल्य राजस्व विभाग द्वारा गैर वन भूमि को चिन्हित कर वन विभाग को उपलब्ध करा दिया गया है तत्पश्चात वन विभाग ने संबंधित सड़क के निर्माण हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है।
इसी प्रकार बाराचट्टी अंचल अंतर्गत कुल 04 सड़क यथा जीटी रोड से तेतरिया सड़क निर्माण हेतु 9.88 एकड़ वन भूमि, बरसोडी सड़क निर्माण हेतु 6.92 एकड़ वन भूमि, जीटी रोड से नारे सड़क निर्माण हेतु 9.88 एकड़ वन भूमि एवं कड्डल सड़क निर्मण हेतु 9.74 एकड़ वन भूमि एवं आमस अंचल में भूपनगर सड़क निर्माण हेतु 3.16 एकड़ वन भूमि में सड़क निर्माण किया जाना है, जिसके समतुल्य राजस्व विभाग द्वारा गैर वन भूमि को चिन्हित कर वन विभाग को उपलब्ध करा दिया गया है तत्पश्चात वन विभाग ने संबंधित सड़क के निर्माण हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया है। ज़िला पदाधिकारी ने राजस्व जमीन ( गैर वन भूमि) को चिन्हित करवाते हुए गुरारू के दिहा मौजा में कुल 83.35 एकड़ जमीन (परती) एवं आमस के बेलियारी मौजा में 3.16 एकड़ जमीन (परती) को वन विभाग को उपलब्ध करवा दिया गया है। अब वर्षों से लंबित सड़कें तेजी से निर्माण करवाया जाएगा।