देवब्रत मंडल
गुरुवार को गया जंक्शन पर चलती ट्रेन से गिरने से एक महिला यात्री की जान आरपीएफ़ ने बचा ली। इस नेक काम में कुछ यात्रियों ने भी आरपीएफ़ का साथ दिया। आरपीएफ़ के पोस्ट कमांडर प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश ने बताया कि गुरुवार की सुबह समय करीब 9:36 बजे गाड़ी संख्या 13305 UP प्लेटफार्म नंबर 1 पर आई ,तथा समय 9:50 बजे खुली। खुलने के क्रम में प्लेटफॉर्म पर तैनात अधिकारी व स्टाफ के द्वारा अपराधिक गतिविधियां पर नजर रखने एवम गाड़ी को सुरक्षित पास कराने के क्रम में देखा गया कि एक हेल्दी(स्वस्थ) महिला अपनी बेटी के साथ चलती गाड़ी में चढ़ने के क्रम में महिला उक्त गाड़ी में चढ़ गई। उसके बाद बोगी से गिरने लगी थी, जिसे आरपीएफ स्टाफ आरक्षी आलोक कुमार सक्सेना के द्वारा मौके पर उक्त महिला को गाड़ी के अंदर धकेल कर गिरने से बचा लिया गया। जबकि उक्त महिला की बेटी को चलती गाड़ी में चढ़ने से रोक दिया गया। इसके बाद उक्त महिला पुन: चलती गाड़ी से बेटी को नही चढ़ने के कारण बोगी से उतारने की कोशिश करने लगी जिसे देख कर उप निरीक्षक जावेद एकवाल के द्वारा उतरने से माना करने के बावजूद भी उतरने की कोशिश कर रही थी। जिसे देख कर उक्त गाड़ी के अंदर बैठे सहयात्री के द्वारा एसीपी(चेन पुलिंग) कर उक्त महिला को सुरक्षित उतारा गया।
बाद में आरपीएफ पोस्ट पर दोनों मां बेटी को लाया गया। महिला ने पूछताछ के क्रम में अपना नाम संगीता देवी , बेटी का नाम साक्षी कुमारी(उम्र 15 वर्ष) , पति निलय रंजन ,पता रफीगंज, थाना रफीगंज, जिला औरंगाबाद (बिहार) बताई। साथ ही बताई की गया रेलवे स्टेशन से आपने घर रफीगंज जा रही थी। समय से गया स्टेशन नहीं पहुंच पाए थे। जब स्टेशन(प्लेटफॉर्म पर) आए तो गाड़ी खुल रही थी और चलती गाड़ी में मैं चढ़ी। उसके बाद बोगी से गिरने लगी। मौके पर आरपीएफ के द्वारा धक्का देकर गाड़ी के अंदर किया गया लेकिन मेरी बेटी नहीं चढ़ पाई। जिसे देखकर रोने करने लगी और पुन: चलती गाड़ी से उतरने लगी थी। महिला ने बताया कि आरपीएफ के द्वारा उतरने से मना किया गया, फिर भी उतरने लगी। जिसे देखकर सहयात्री के द्वारा उक्त गाड़ी में एसीपी कर मुझे सुरक्षित उतारा गया। महिला ने आरपीएफ के इस नेक काम के लिए आभार व्यक्त की।