देवब्रत मंडल

गया-पटना रेलखंड पर चलने वाली लगभग सभी ट्रेनों में(जनशताब्दी और वंदे भारत को छोड़कर) अवैध वेंडिंग का धंधा बदस्तूर जारी है। जिसका नतीजा है कि वेंडर द्वारा ट्रेन को वैक्यूम(एसीपी) कर कहीं पर भी रोक दिया जाता है। जिसके कारण निर्बाध रूप से ट्रेन के परिचालन पर असर पड़ रहा है। ताजा मामला मंगलवार को सामने आया है। गया जंक्शन से खुलने के बाद पटना की तरफ जा रही 1826 हटिया-पटना-सहरसा कोसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस 63/बी रेल समपार फाटक के पास अचानक रुक गई। यहां रहे कुछ लोग बताया कि ट्रेन में वैक्यूम कर कुछ वेंडर बोगियों में चढ़ना उतारना शुरू कर दिए थे। करीब 10 मिनट ट्रेन यहाँ पर रुकी रही। ट्रेन के सहायक पायलट इंजन से उतरकर देखना शुरू किए कि किस कोच में एसीपी यानी वैक्यूम हुआ है।

इधर, जब गया जंक्शन के आरआरआई(रूट रिले इंटरलॉकिंग) में तैनात रेलकर्मी से पूछा गया तो बताया कि ट्रेन में एसीपी होने के कारण 63/बी रेल समपार फाटक के पास रूक गई थी। वैक्यूम रिलीज होने के बाद ट्रेन पटना की ओर रवाना हुई। इधर, वैक्यूम के कारण गुमटी(रेल फाटक) के पास ट्रेन के रुके रहने के कारण रामशिला-प्रेतशिला मार्ग पर जाम लग जाने के कारण लोग परेशान हो गए। बताया गया कि आए दिन इस जगह पर इस ट्रेन में वेंडर द्वारा वैक्यूम कर ट्रेन को रोक दिया जा रहा है। हालांकि जिस जगह पर ट्रेन रुकती है या रेल फाटक है, वह क्षेत्र दानापुर मंडल अंतर्गत आता है। जो कि जहानाबाद रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट के क्षेत्राधिकार में है लेकिन रेल पुलिस अधीक्षक पटना के अंतर्गत रेल पुलिस अनुमंडल क्षेत्र गया के अंतर्गत यह क्षेत्र आता है।
आगे की अंक में पढ़ेंगे अवैध वेंडिंग के पीछे की कहानी