देवब्रत मंडल

पिछले कई दशकों से अपनी स्वच्छ सामाजिक व राजनीतिक यात्रा करते हुए आ रहे जनता दल यूनाइटेड के समर्पित कार्यकर्ता ने 230 गया शहर विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है। जदयू नेता लालजी प्रसाद ने अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा है गया शहर की जनता बदलाव चाहती है तो इस सीट पर जदयू को अवश्य चुनाव लड़ना चाहिए। बहरहाल, अभी एनडीए में सीटों के बंटवारे पर कोई निर्णय नहीं हुआ है लेकिन लालजी प्रसाद ने अपनी दावेदारी पेश कर बिहार की वर्तमान राजनीति में हलचल पैदा कर दिया है।
जदयू नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश को लिखा पत्र, किया अनुरोध
हालांकि गया शहरी विधानसभा क्षेत्र से वर्तमान में भाजपा के वरिष्ठ नेता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार लगातार सात बार (35 सालों) से प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं। इसके पहले यह सीट कांग्रेस के खाते में रही है। ऐसे में पहले यह देखने वाली बात होगी कि नवंबर 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में यह सीट एनडीए के घटक दलों के नेता किस दल के खाते में देते हैं। वैसे में स्वयं को जदयू के वरिष्ठ, समर्पित और संघर्षशील नेता बताने वाले लालजी प्रसाद ने इस सीट से चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास पत्र भेज दिया है।
जदयू नेता ने सीएम को बताया गया जी की जनता चाहती है बदलाव
अपने पत्र में लालजी प्रसाद ने जदयू के सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया है कि गया शहरी विधानसभा क्षेत्र के लोग बदलाव चाहते हैं। उन्होंने कहा है हमने एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता और जनता दल (युनाइटेड) के एक निष्ठावान सिपाही की छवि बनाई है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध निडर संघर्ष एवं जनहित के हर छोटे-बड़े विषय हेतु सतत प्रयास के कारण यहां के नागरिकों से गहरे रुप से जुड़ने में सफल हो सका हूं।
काफी लंबे समय से करते हुए आ रहे टिकट की मांग
आगे कहा है कि स्वाभाविक रूप से एक निष्ठावान कार्यकर्ता के रूप में वर्ष 1990 से ही हर विधानसभा चुनाव में गया विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने के लिए अनुरोध करता आ रहा हूं।। उन्होंने आसन्न विधानसभा चुनाव 2025 के लिए एक बार पुनः अनुरोध किया है कि 230 गया विधानसभा क्षेत्र के लिए मुझे पार्टी(जदयू) का प्रत्याशी बनाया जाये। उन्होंने विश्वास दिलाया है कि मेरे समर्पण एवं निष्ठा के कारण पार्टी एवं पार्टी नेतृत्व को निराशा नहीं होगी। अपरोक्ष रूप से कहें तो जदयू नेता लालजी प्रसाद का कहना है कि यदि उन्हें उम्मीदवार बनाया जाता है तो जीत पक्की है। ऐसा उनका दावा है।
कई वर्षों से सामाजिक एवं राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं लालजी प्रसाद
जदयू नेता लालजी प्रसाद जनता पार्टी, जनता दल और फिर जदयू के साथ रहे हैं। 1974 के छात्र आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई है। दो टर्म गया जी नगर निगम के पार्षद व सशक्त स्थायी समिति के सदस्य भी रहे हैं। डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव लड़ चुके हैं। कई व्यवसायिक संगठन एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े रहे अतिपिछड़ा वर्ग(हलवाई) से आने वाले लालजी प्रसाद की छवि भी अच्छी मानी जाती है।
महागठबंधन के प्रत्याशी रह चुके पूर्व डिप्टी मेयर के चिर प्रतिद्वंद्वी
माना तो यह भी जाता है और यहां की जनता यह बखूबी जानती है कि राजनीति में इनके चिर प्रतिद्वंद्वी गया शहरी विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन से कांग्रेस के उम्मीदवार रह चुके पूर्व डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव हैं। नगर निगम के जबतक पार्षद रहे और आज भी, राजनीतिक जीवन में दोनों आमने सामने देखे जाते हैं। निगम में कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर हमेशा लालजी प्रसाद मुखर रहते हैं। कई मामले को लेकर तो ये उच्चस्तरीय जांच की मांग भी कर चुके हैं।