
गया, 20 जुलाई – बिहार में बढ़ते अपराध और गिरती कानून व्यवस्था के विरोध में आज इंडिया गठबंधन ने एक विशाल प्रतिरोध मार्च निकाला। गया के गांधी मैदान से शुरू हुआ यह मार्च राय काशीनाथ मोड़ और व्यवहार न्यायालय होते हुए समाहरणालय तक पहुंचा।
मार्च में कांग्रेस, राजद, सीपीआई, सीपीआई(एम), सीपीआई(एमएल) और वीआईपी पार्टी के हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने “बिहार में कानून का राज स्थापित करो” और “भ्रष्टाचार को समाप्त करो” जैसे नारे लगाए।
राजद के जिला अध्यक्ष मोहम्मद मुर्शिद आलम ने कहा, “पिछले कुछ महीनों में राज्य में अपराध की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। सरकार को तत्काल कड़े कदम उठाने चाहिए।”
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू ने राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “पुलों के धराशायी होने की घटनाएं भ्रष्टाचार का स्पष्ट संकेत हैं।”
प्रदर्शनकारियों ने हाल ही में हुई पूर्व मंत्री मुकेश साहनी के पिता की हत्या और एक सप्ताह में 12 नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं का भी उल्लेख किया।
मार्च के अंत में समाहरणालय के पास एक सभा आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने संबोधित किया। सभा के बाद, 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गया जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
इस प्रतिरोध मार्च ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था सुधारने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का दबाव बढ़ा दिया है। विपक्षी दलों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो वे और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।