देवब्रत मंडल

गया जी नगर निगम के सामान्य शाखा के प्रभारी सहायक के पद पर कार्यरत शंभू शरण सिन्हा 31 अक्टूबर 2025 को अपनी अंतिम सेवा दी। कार्यालय की कार्यावधि समाप्त होने के बाद सेवानिवृत्त हो गए। आदर्श चुनाव आचार संहिता लगे रहने की वजह से इन्हें समारोह आयोजित कर विदाई नहीं दी जा सकी। श्री सिन्हा ने गया नगर निगम को 28 साल 11 महीने सेवाएं दी। शुक्रवार को गया जी नगर निगम कार्यालय में अपनी सेवा अवधि के दौरान भी काफी व्यस्त रहे। शांत स्वभाव और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने वाले शंभू सिन्हा के सेवानिवृत्त होने से आधा घन्टे पहले तक पता नहीं था कि उनकी जगह पर किस कर्मचारी को प्रभार सौंपा जाना है। ये बात निगम में चर्चा का विषय बना हुआ था। स्थापना शाखा से देर शाम प्रभार सौंपे जाने संबंधित पत्र निर्गत हुआ। इनके स्थान पर किरण कुमारी-1 को पदभार ग्रहण करने के लिए आदेश जारी किया गया। इस पत्र के निर्गत होने के पीछे की कहानी लंबी है लेकिन देर शाम पत्र जारी कर दिया गया। टैक्स कलेक्टर(कर संग्रहकर्ता) के पद पर इनकी नियुक्ति हुई थी। कालक्रमानुसार पेशा कर में भी जिम्मेदारी संभाली। बाद में रोकड़पाल(राजस्व शाखा) के दायित्व का भी निर्वहन किया। इसके बाद पूर्व नगर आयुक्त भाप्रसे सावन कुमार ने इन्हें सामान्य शाखा में कार्य करने की जिम्मेदारी सौंपी। कर्तव्यों के प्रति इतने सजग कि कभी विलंब से कार्यालय नहीं आए। इससे भी बड़ी बात यह रही कि सेवाकाल में करीब 11-12 दिन ही आकस्मिक अवकाश प्राप्त किया। एक बार जब इनकी तबीयत खराब हुई थी तो अवकाश के लिए आवेदन देने पर अधिकारी ने कह दिया था कि-नौकरी ही क्यों नहीं छोड़ देते हो। उस परिस्थिति में केवल दो दिन ही केवल अवकाश को मंजूरी दी गई थी। इन दो दिनों में पटना से इलाज करवा कर पुनः ड्यूटी जॉइन कर लिए थे। ईमानदारी और कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार कर्मचारी श्री सिन्हा 31 अक्टूबर को अंतिम सेवा देने के बाद जब रिटायर हुए तो सहकर्मियों ने भाव विह्वल हो गए और स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए विदाई दी। श्री सिन्हा कहते हैं नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों से जो स्नेह मिला उसे जीवनपर्यंत नहीं भूल पाएंगे।
