देवब्रत मंडल

गया जी की पावन धरती पर हर वर्ष लगने वाले विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेला पिछले वर्षों की तुलना में और बेहतर अनुभव कराने वाला हो, इसे लेकर जिला पदाधिकारी शहर में की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए रात को रात नहीं समझते हैं और निकल जाते हैं इसका जायजा लेने। दिन तो दिन, रात को भी ये आराम नहीं कर रहे हैं।
सोमवार की रात गया जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर पितृपक्ष मेले को लेकर अबतक की जा चुकी तैयारियों का अवलोकन करने निकल पड़े थे। जहां कुछ भी कमियां दिखी, उसे तेजी से कमी को दूर करने का निर्देश संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को दिए।

ऐसा नहीं कि श्री शुभंकर गया जी के पहले डीएम हैं जो रात में भी निरीक्षण करने के लिए निकले हैं। इसके पहले के डीएम भी ऐसा करते देखे जा चुके हैं। हर डीएम की सोच रही है कि विश्वप्रसिद्ध पितृपक्ष मेले में इन्तेजामत ऐसे हों कि देश विदेश से गया जी में आने वाले हर वर्ग के तीर्थयात्रियों, श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा नहीं हो और गया जी से एक अच्छा संदेश लेकर अपने स्वदेश को लौटें।
इस वर्ष पितृपक्ष महासंगम 06 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है। तीर्थयात्रियों को वो सारी सुविधाएं मिले, जिसकी वे गया जी अपेक्षा रखते हैं। गया जी उत्तर भारत की प्राचीन संस्कृति नगरी है। यहां हर वर्ष लाखों की संख्या में तीर्थयात्री पिंडदान करने, पवित्र फल्गु के जल से तर्पण कर पितरों की मोक्ष की कामना के साथ आते हैं। इस वर्ष गया जी के जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर की हर क्षण यही कोशिश ही है गत वर्षों की तुलना में इस वर्ष बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि गया जी आ रहे तीर्थयात्रियों के मन में श्रद्धा और विश्वास की यह डोर और मजबूत हो।

डीएम श्री शुभंकर के साथ अधिकारियों का काफिला चक रहा है। जो एक एक चीजों को बारीकी से देख रहे हैं और जहां भी कुछ कमी समझ में आ रही है उसे फौरन दुरुस्त करवा रहे हैं। साथ में एसएसपी आनंद कुमार और उनके अधीनस्थ पुलिस पदाधिकारी भी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को लेकर फुलप्रूफ प्लान तैयार कर चुके हैं। भीड़ प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता, सेवा को लेकर संबंधित अधिकारी भी इसी कोशिश में हैं कि पितृपक्ष महासंगम 2025 हर वर्ष की तुलना में बेहतर तरीके से संपन्न कराया जाए।
इस बीच चर्चा है कि पितृपक्ष मेला के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया जी आने वाले हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पितृपक्ष मेला के दौरान 17 सितंबर को गयाजी आएंगे। इसको लेकर भी जिला प्रशासन पूरी तन्मयता से लगा है।