गया पुलिस ने सक्रिय पुलिसिंग और त्वरित कार्रवाई के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। लूट और डकैती की योजना बना रहे 50 हजार रुपये के इनामी अपराधी सतीश मंडल उर्फ बाबा को उसके दो सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने एक देसी कट्टा, 12 बोर की एक देसी बंदूक, तीन जिंदा कारतूस और 1,900 रुपये नकद भी बरामद किए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, गया के निर्देशानुसार अपराध नियंत्रण के तहत कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा था। इसी क्रम में पुलिस को गुरुआ थाना क्षेत्र के भरौंधा गाँव में मंडल पहाड़ी पर अपराधियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिली।
नगर पुलिस अधीक्षक, गया के मार्गदर्शन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, शेरघाटी-1 के नेतृत्व में गुरुआ थानाध्यक्ष, तकनीकी शाखा एवं अन्य पुलिसकर्मियों की विशेष टीम गठित कर छापेमारी अभियान चलाया गया। पुलिस टीम ने सूचना के सत्यापन के बाद जैसे ही मंडल पहाड़ी पर दबिश दी, अपराधी भागने लगे। हालांकि, सशस्त्र पुलिस बल की सतर्कता के चलते तीन अपराधियों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान
- सतीश मंडल उर्फ बाबा (पिता: कैलु मंडल, निवासी: उसाबिजा, थाना डोभी, जिला गया)
- बली भुइयां (पिता: फकीर भुइयां, निवासी: पतरकट्टी, थाना शेरघाटी, जिला गया)
- संतोष कुमार (पिता: उपेंद्र प्रसाद, निवासी: उपकी, थाना कसमा, जिला औरंगाबाद)
पुलिस पूछताछ में अपराधियों ने स्वीकार किया कि वे लूटपाट की योजना बना रहे थे। इसके अलावा, 01 फरवरी 2025 को गुरुआ थाना क्षेत्र में एक सीएसपी संचालक के घर डकैती की वारदात को अंजाम देने की बात भी कबूली। इस संबंध में गुरुआ थाना कांड संख्या-72/25, धारा-310 (4)/310 (5)/111 (1) बीएनएस एवं आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सतीश मंडल उर्फ बाबा का लंबा आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अपराधी सतीश मंडल उर्फ बाबा गया और आसपास के जिलों में कई संगीन अपराधों में वांछित था। उस पर हत्या के प्रयास, डकैती, अवैध हथियार रखने और संगठित अपराध से जुड़े 14 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। गया पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से एक बड़ी आपराधिक साजिश नाकाम हो गई। पुलिस के अनुसार, गिरोह के अन्य सदस्यों की भी पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।