संवेदकों को सरकार नहीं कर रही खाद्यान्न उठाव के बदले राशि का भुगतान, राशनकार्ड के लाभुक व डीलर्स हैं परेशान

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

image editor output image1908583390 17513812027542531785040829934091 संवेदकों को सरकार नहीं कर रही खाद्यान्न उठाव के बदले राशि का भुगतान, राशनकार्ड के लाभुक व डीलर्स हैं परेशान
File photo

फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन गया ने जिला पदाधिकारी और आपूर्ति अधिकारियों से खाद्यान्न वितरण की तिथि बढ़ाने की मांग की है। इस सम्बंध में एक प्रतिनिधिमंडल अधिकारियों से मिला था। प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह, महामंत्री डॉ विजय कुमार यादव आदि थे। उनका कहना है कि सरकार द्वारा स्टेप डिलीवरी और डोर स्टेप डिलीवरी संवेदक को भुगतान नहीं होने के कारण खाद्यान्न का उठाव बंद है। जिससे विक्रेताओं के पास अनाज नहीं पहुंच पा रहा है और उपभोक्ताओं को समय पर खाद्यान्न नहीं मिल पा रहा है। उपभोक्ता पीडीएस दुकान पर पहुंच कर विक्रेताओं से खाद्यान्न की मांग करते हुए दवाब बना रहे हैं। जबकि अधिकांश प्रखंडों में खाद्यान्न का उठाव बंद है। नेताओं ने बताया इसके पीछे की वजह यह है कि स्टेप डिलीवरी संवेदक एवं डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से संचालित परिवहन, गाड़ी एवं मजदूरों को पैसे का भुगतान कई महीनों से नहीं किया गया है। जिसके कारण ये सभी खाद्यान्न के उठाव से लेकर दूकानों तक पहुंचाने से मना कर दिया है। जिसके कारण 90 प्रतिशत लाभुकों के बीच अनाज का वितरण नहीं हो पा रहा है। जिसका कोपभाजन पीडीएस विक्रेताओं को बनना पड़ रहा है।
एसोसिएशन ने मांग की है कि
अगस्त के खाद्यान्न वितरण की तिथि को 30 जून से बढ़ाकर 31 जुलाई 2025 किया जाए।
नियमित रूप से शत प्रतिशत गोदाम से जन वितरण विक्रेताओं के दुकान तक अनाज भेजवाना सुनिश्चित किया जाए। जिन विक्रेताओं के पास अगस्त माह का वितरण हेतु अनाज उपलब्ध नहीं है, उन्हें चावल और गेहूं की अतिरिक्त आवंटन करने की कृपा की जाए। एसोसिएशन का कहना है कि इससे जन वितरण विक्रेताओं और उपभोक्ताओं के हित में होगा और वे समय पर खाद्यान्न प्राप्त कर सकेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इसी तरह की समस्या के समाधान के लिए अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण की योजना बनाई है, जहां गोदाम और वितरण केंद्र एक ही परिसर में होंगे।

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *