इन्तहा की हो गई हद तो हंगामा करना पड़ा, चार महीने से नहीं दिया वेतन, महाबोधि एक्स. बगैर अटेंडेंट के खुली

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

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वाशिंग पिट पर हंगामा करते कर्मचारी

गया जंक्शन से खुलने वाली गया-नई दिल्ली महाबोधि एक्सप्रेस एवं गया-नई दिल्ली स्पेशल क्लोन एक्सप्रेस के रेलवे कोच अटेंडेंट्स पिछले कई महीनों से वेतन की समस्या से जूझ रहे हैं। शुक्रवार को इन सभी की इंतहा की हद हो गई तो गया जंक्शन के न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स(वाशिंग पिट) पर हंगामा शुरू कर दिया। इन कर्मचारियों का कहना है कि तुलसी इंटरप्राइजेज के संचालक दीपक सिंह उर्फ घंटी सिंह सिंह द्वारा ट्रेन का टेंडर लिए जाने के बाद से ही हमें वेतन नहीं मिला है। जब भी हम वेतन के लिए आवाज उठाते हैं तो टहलावा दिया जाता है। नौकरी से हटाने की हम सभी को धमकी दी जाती है और वेतन नहीं देने के लिए तरह-तरह के बहाने बनाए जाते हैं। इस संबंध में जब घंटी सिंह से संपर्क कर उनका पक्ष रखने के लिए फोन किया गया तो उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
ऐसे में कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया और महाबोधि एक्सप्रेस एवं गया-नई दिल्ली क्लोन एक्सप्रेस में काम नहीं करने गए। इन कर्मचारियों ने कहा कि जबतक उनकी मांग पूरी नहीं की जाती है तब तक कार्य पर नहीं लौटेंगे।

गया जंक्शन तक गए कर्मचारियों ने अन्य साथियों को भी काम करने से रोका

वाशिंग पिट लाइन पर हंगामा करने की सूचना पर आरपीएफ की टीम इनलोगों से मिलने आई। उन्हें समझा बुझाकर काम करने की बात कही लेकिन उनकी बात किसी ने नहीं मानी। इसके बाद ट्रेन में सवार होकर गया जंक्शन पर चले गए। यहां कुछ कर्मचारियों को काम करने के लिए कोच में भेजा जा रहा था तो गुस्साए कर्मचारियों ने उन्हें भी ट्रेन से उतरवा लिया।

इन कर्मचारियों की मांगें

इन कर्मचारियों का कहना है कि हमें अपनी सेवाओं के बदले में समय पर और सुरक्षित तरीके से वेतन दिया जाए। हमें ईमानदारी पूर्वक काम करने के लिए उचित पारिश्रमिक मिलना चाहिए, जो हमारे काम की गुणवत्ता और अनुभव के अनुसार हो। हमें अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए पर्याप्त वेतन मिलना चाहिए, जिससे हम अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर सकें।

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मांगों को लेकर एकजुट कर्मचारी

नियमानुसार इन कर्मचारियों को इतना कम से कम वेतन चाहिए

रेलवे कोच अटेंडेंट्स की वेतन 9,000 से 12,000 रुपये प्रति माह होनी चाहिए। जैसा कि आईआरसीटीसी द्वारा निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, टिप्स के साथ कुल आय 15,000 से 20,000 रुपये प्रति माह भी हो जाती है। इन कर्मचारियों ने बताया कई महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिससे हमारे परिवार की स्थिति खराब हो गई है।

कर्मचारियों ने सरकार से की अपील

हम सरकार और रेलवे प्रशासन से अपील करते हैं कि वे हमारी समस्या का समाधान करें और हमें सुरक्षा पूर्वक वेतन दिलाएं। हमें अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए पर्याप्त वेतन मिलना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि हमारी आवाज सुनी जाएगी और हमें न्याय मिलेगा।

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