
टिकारी (बिहार): पिछले एक सप्ताह से सुर्खियों में रहे छात्र रौशन हत्याकांड का टिकारी पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने एक मुख्य आरोपित को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है। गया एसएसपी आशीष भारती ने आज दोपहर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस हत्याकांड के चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा किया।
घटना का विवरण:
27 जून की रात को छात्र रौशन की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उसका शव स्थानीय विद्यालय के छात्रावास के पास एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया था। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का शक जताया गया था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोंटकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई।
जांच का क्रम:
पुलिस कप्तान भारती ने बताया, “हमने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की थी, जिसमें एएसपी अनवर जावेद अंसारी और टिकारी एसडीपीओ सुशांत कुमार चंचल शामिल थे।” उन्होंने आगे कहा, “हमारी टीम ने तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्यों का गहन विश्लेषण किया, दर्जनों सीसीटीवी फुटेज की जांच की, और कई मोबाइल नंबरों का विश्लेषण किया।”
आरोपी का खुलासा:
जांच में 22 वर्षीय शाहबीर कुमार उर्फ प्रेम की संलिप्तता सामने आई। प्रेम मृतक रौशन की छोटी बहन का ट्यूटर था। पूछताछ में प्रेम ने स्वीकार किया कि वह रौशन की बड़ी बहन के संपर्क में आया था, जिससे रौशन नाराज था और उसे लगातार धमकियां दे रहा था। पुलिस के अनुसार, प्रेम ने रौशन के स्कूल के कुछ अन्य छात्रों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। प्रेम को जानकारी मिली थी कि रौशन का अपने विद्यालय के अन्य छात्रों से झगड़ा हुआ था। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए, 27 जून की रात को उन्होंने रौशन को छात्रावास में बुलाया, जहां उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को बेल्ट का फंदा बनाकर पेड़ से लटका दिया गया।
पुलिस ने प्रेम को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। एक नाबालिग आरोपी को भी हिरासत में लेकर बाल सुधार गृह भेजा गया है। केस अनुसंधान टीम में एसएचओ चंद्रशेखर कुमार, एसआई संजय कुमार, सूर्येश शर्मा, राहुल कुमार, विवेक कुमार सहित अन्य तकनीकी शाखा के पुलिस अधिकारी शामिल थे।
पुलिस की जांच प्रक्रिया:
घटना के बाद मृतक रौशन के पिता शत्रुघ्न दास द्वारा एक युवक को नामजद आरोपी बनाते हुए शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने डॉग स्क्वाड और एफएसएल की टीम को भी लगाया था। पुलिस ने दर्जनों सीसीटीवी फुटेज, संदिग्धों से पूछताछ, मृतक के मोबाइल नंबर का सीडीआर और मृतक के स्वजनों के मोबाइल नंबरों की सीडीआर का विश्लेषण किया।
आरोपी के परिवार का पक्ष:

आरोपी प्रेम के परिवार ने उसके निर्दोष होने का दावा किया है। प्रेम के भाई महावीर कुमार ने कहा, “मेरा भाई मेहनती छात्र है जो बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपनी पढ़ाई का खर्च चलाता है। पुलिस ने उसे झूठे मामले में फंसाया है।” उन्होंने बताया कि घटना के दिन शाम को और अगले दिन सुबह रौशन के घर न लौटने पर उसकी मां ने प्रेम को फोन करने की बात कही थी।
आरोपी की मां सुदामी देवी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे के साथ मारपीट की गई और उसे जबरदस्ती फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रेम की गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं दी और पहले दो बार पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। इस हत्याकांड के खुलासे के बाद भी कई सवाल अनुत्तरित हैं। स्थानीय समुदाय में इस मामले को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की जा रही है। टिकारी में प्रेम को अचानक आरोपी बनाकर जेल भेजने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह एक जटिल मामला है जिसमें प्रेम प्रसंग, हत्या और कानूनी प्रक्रिया के कई पहलू शामिल हैं। आने वाले दिनों में न्यायिक प्रक्रिया के दौरान इस जटिल मामले के और भी पहलू सामने आने की संभावना है। पुलिस और न्यायपालिका के लिए यह सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती होगी कि सच्चे दोषी को सजा मिले और किसी निर्दोष व्यक्ति को परेशानी न हो।