देवब्रत मंडल

पूर्व मध्य रेल के गया-डीडीयू रेलखंड पर दो राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों पर पत्थरबाजी की घटनाएं हुई हैं। पहली घटना नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस में हुई और दूसरी घटना नई दिल्ली-हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस में हुई है। ये घटनाएं गया-डीडीयू रेलखंड पर सोननगर-चिरैला एवं पहलेजा-डेहरी स्टेशनों के बीच हुई है। दोनों घटनाओं में कई कोचों के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। गनीमत रही कि इन घटनाओं में किसी भी यात्री को चोट नहीं पहुंची।
घटनाओं का विवरण:
- 12314 नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस: यह घटना सोननगर और चिरैला स्टेशन के बीच हुई, जिसमें सात कोचों के शीशे टूट गए। जिसमें पैंट्री कार भी शामिल हैं।
- 12302 नई दिल्ली-हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस: यह घटना पहलेजा और डेहरी-ऑन-सोन स्टेशनों के बीच हुई, जिसमें दो से तीन कोचों के शीशे क्षतिग्रस्त हुए।
जांच और कार्रवाई:
- इस घटना की जानकारी मिलते ही रेल महकमे में हड़कंप मच गया। अधिकारियों के फोन की घंटियां बजने शुरू हो गए। चुकि घटना अल सुबह ही हो गई थी, जिसको लेकर संबंधित पदाधिकारियों की नींद हराम हो गई। जिसकी उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी गई है, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
- इस संबंध में आरपीएफ के सहायक कमांडेंट हरमंगत सिंह से जानकारी प्राप्त करना चाहा तो उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। बाद में पता चला कि श्री सिंह छुट्टी पर हैं।
- इस घटना के बाद दोनों राजधानी एक्सप्रेस गया जंक्शन पर पहुंची। दोनों राजधानी एक्सप्रेस के क्षतिग्रस्त कोचों के शीशों की जांच की गई। जांच में दोनों ट्रेन के कई कोच के शीशे क्षतिग्रस्त पाए गए।
- जिस दो जगहों पर इतनी बड़ी घटना(राजधानी एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी) हुई। अब इस बात की जांच की जा रही है कि किसी विशेष समूह के द्वारा सुनियोजित तरीके से इस घटना को अंजाम देने के लिए लोग रेलवे लाइन के किनारे एकत्र हुए थे या फिर ऐसा करने वाले लोगों की मंशा कुछ और ही थी।
- 03 अक्टूबर तक ट्रेनों को सुरक्षित पास कराने के लिए रणनीति तैयार की गई है। रेलवे सूत्रों ने बताया कि दशहरा पर्व को लेकर सभी ट्रेनों को सुरक्षित पास कराने के लिए शार्प लुक आउट की जगह से गुजरने वाली ट्रेनों की गति कम करके परिचालन करने और ऐसे जगहों पर पायलट (चालक) को लगातार सीटी बजाना है।
- चिन्हित स्थलों से ट्रेनों के गुजरने के वक्त सुरक्षा बलों को सतर्क रहते हुए अवांछित लोगों पर नजरें रखने का निर्देश दिया गया है और साथ में आपात स्थिति में ही छुट्टी पर जाने की इजाजत दी जाएगी। ऐसे में सब डिविजनल क्षेत्र के पदाधिकारी का छुट्टी पर चले जाना भी सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़े कर रहा है।
पिछली घटनाएं:
डीडीयू मंडल के डेहरी-ऑन-सोन के परिचालन विभाग से जुड़े एक जिम्मेदार कर्मचारी ने बताया कि कुछ समय पहले वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर मारने की घटना हुई थी।
- 22 मई 2025 को गया-डीडीयू रेलखंड पर वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटना हुई थी, जिसमें ट्रेन के इंजन का शीशा टूट गया था।
- 26/27 जून 2025 को आनंद विहार-कोलकाता दुरंतो एक्सप्रेस में काष्ठा-परैया स्टेशन के बीच कई कोचों के यात्रियों के सामान की चोरी हुई थी। इस घटना का उद्भेदन कर लिया गया है।
देखा जाए तो इस मंडल अंतर्गत रेल की खाली पड़ी भूमि पर अतिक्रमण के कारण रेल राजस्व को सीधा आर्थिक नुकसान हो रहा है और इसका लाभ व्यक्तिगत तौर पर कोई और उठा रहा है। वहीं अवैध वेंडरों द्वारा लाइसेंसी वेंडरों को धमकियां मिल रही है लेकिन अवैध वेंडिंग का काम जारी है। हाल ही में इस बात की शिकायत रेल मंत्री तक पहुंच चुकी है।