देवब्रत मंडल
1 मई दुनियाँ के मजदूरों का प्रेरणा दिवस है। मई 1886 को संयुक्त राज्य अमेरिका तथा कनाडा के मजदूरों ने अपने संगठन “फेडरेशन ऑफ आर्गनाइजड ट्रेडर्स एण्ड लेवर युनियन” के झण्डेतले आठ घण्टे काम के लिए शिकागो के हे मार्केट में अपना शान्तिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। साजिश के तहत एक बम पुलिस के उपर फेका गया। जिसके परिणाम स्वरूप पुलिस द्वारा ववर्रता पूर्वक मजदूरों पर गोली चलाई गयी और सैकड़ों मजदूरों की हत्या हुई और सैकड़ों गम्भीर रूप से घायल हुए। हे मार्केट के खुन का ही प्रतीक मजदूरों का लाल झंडा है वर्ष 1889 में अन्तराष्ट्रीय समाजवादी मजदूर संगठन ने तय किया कि हे मार्केट के मजदूरों के शहादत के याद में हम प्रत्येक वर्ष 1 मई को मजदूर दिवस मनायेगें। मजदूर आठ घंटा काम, आठ घंटा आराम और घंटा आमोद तथा उचित मजदूरी के लिए आन्दोलन करेंगे। इधर मजदूर दिवस के अवसर पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन गया शाखा द्वारा शिकागो में अमर शहीद हुए मजदूरों के याद में यूनियन कार्यालय गया में शाहिद बेदी पर पुष्पांजलि करते हुए अमर शहीदों को नमन किया गया। मई दिवस के अवसर पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन गया शाखा द्वारा अनुमंडल रेल अस्पताल गया में ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित कर सदस्यों द्वारा ब्लड डोनेट किया गया। ब्लड डोनेट करने वालों में प्रमुख रूप से मिथिलेश कुमार, मुकेश सिंह ,लक्ष्मण प्रसाद, नित्यानंद प्रसाद ,राजीव रंजन कुमार, नर्मदा शांडिल्य ,प्रमोद कुमार ,अजय कुमार, अरुण कुमार ओझा शामिल थे। इस अवसर पर संगठनों ने नेताओं ने कहा कि वर्तमान समय में जब पूंजीवादी व्यवस्था अपना वर्चस्व हर क्षेत्र में बना ली है। ये लोग आठ घंटा काम के सिद्धांत को नकारने लगे हैं। इनके व्यवस्था में प्रतिदिन नियमित मजदूरों की संख्या घट रही है ठीका मजदूरों की बहाली कर बहुत कम मजदूरी, वेतन दिया जा रहा है देश की स्थिति भी केन्द्र की मोदी सरकार श्रमिक कानून में संशोधन कर काम के घंटे को बढ़ाने की योजना रच रखी है मोदी ‘सरकार की यह कारवाई शिकागो की राज्यसत्ता जैसी दिख रही है फलस्वरूप हमें पुनः मजदूर मुक्ति के आन्दोलन तेज करना होगा। ऐसी स्थिति में मई दिवस की प्रसांगिकता और भी अधिक हो गई है। सभी मजदूर,कर्मचारी वर्ग से एकजुट होकर संघर्ष का आह्वान किया।

संध्या में अम्बेडकर पार्क से जुलूस निकालकर चौक पर आमसभा में तब्दील हो गया। इस जुलूस में सभी ट्रेड यूनियनों के साथी शामिल हुए। उनमें सीटू के जिला संयोजक जयवर्द्धन कुमार, कपिलदेव प्रसाद सिन्हा, अरविन्द कुमार सिन्हा, शमीम अहमद, अजय कुमार वर्मा,बी एस एस आर यूनियन से अबीर अधिकारी , बिमलचंद्र मनीष,बिनोद सिंह, रितेश पाठक, सुजीत कुमार, सुमन सिन्हा,सुशांत राय, रमन कुमार, शशि कुमार,प्रिन्स कुमार, अनिल कुमार, कृष्णा, ब्रिकोडर भारती, आंगनवाड़ी सेविका सहायिका संघ से मंजू कुमारी आदि प्रमुख लोगों के नाम हैं। इसके अलावा कई कर्मचारी सहित अनेकों महिलाएं भी शामिल हुए।