देवब्रत मंडल

चाचा ने रिश्ते को केवल कलंकित ही नहीं किया था, बल्कि भतीजी के साथ बलात करने की घिनौनी घटना को अंजाम देने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। साक्ष्य को छिपाने के इरादे से लाश को भी जला दिया था। अब जाकर पुलिस ने आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
घटना गया जिले के फतेहपुर थाना क्षेत्र की है। आरोपी पंकज कुमार पिता चंद्रमौली सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस संबंध में फतेहपुर थाना में कांड संख्या 317/25 दर्ज है। यह मामला न्यायालय में परिवाद दायर करने के बाद दर्ज किया गया था।
घटना 04 सितंबर 2024 की है। पीड़िता की माँ के द्वारा परिवाद दायर किया गया था। न्यायालय के आदेश पर फतेहपुर थाना में यह कांड 3 मई 2025 को दर्ज किया गया। पीड़िता की मां का आरोप है कि घटना के दिन वे घर से बाहर किसी काम से थी। उनकी बेटी घर में ही थी। आरोपी चाचा पंकज कुमार ने उनकी बेटी के साथ बलात किया। जब पीड़िता विरोध करते हुए शोर करने लगी तो उसे सोने की सिकड़ी देने का लालच दिया। शोर मचाने लगी तो आरोपी चाचा ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद मृतका के गले में फंदा लगाकर उसे गौशाला में टांग दिया ताकि उसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके। इसके बाद जल्दी जल्दी उसकी लाश को ले जाकर जला दिया गया।
परिवाद में मृतका की मां का कहना है कि थाना से लेकर वरीय अधिकारियों तक न्याय के लिए गुहार लगाई। अंत में न्यायालय में परिवाद दायर की। न्यायालय ने 02 मई को थानाध्यक्ष को आदेश देते हुए कांड दर्ज करने को कहा। इसके बाद 03 मई 2025 को बीएनएस की सुसंगत धाराओं के तहत कांड संख्या 317/25 दर्ज किया गया।
एसएसपी आनंद कुमार के हवाले से बताया गया कि इस मामले में आरोपी पंकज कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है।