देवब्रत मंडल

गया-कोडरमा ग्रैंडकॉर्ड रेलखंड पर ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। घटना टनकुप्पा स्टेशन पर हुई थी। पहले इंटरसिटी एक्सप्रेस से गिरकर जख्मी हुआ था, इसके बाद जम्मूतवी-कोलकाता एक्सप्रेस की चपेट में आ गया। युवक की मौत गया जी के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल ले जाने वक्त रास्ते में ही हो गई। मृतक के पिता मगध मेडिकल थाना द्वारा की जा रही आगे की कार्रवाई को लेकर थाना पहुंच गए हैं। जिन्होंने बताया कि उनके 19 वर्षीय पुत्र लड्डू रजक की मृत्यु हो गई है।
अपने दोस्तों के साथ गयाजी आया था मृत्युभोज में शामिल होने
मृतक के पिता ने बताया कि उनका पुत्र लड्डू रजक(19) रविवार को अपने दो दोस्तों के साथ गया जी मृत्यु भोज में आया हुआ था। उन्होंने बताया कि लड्डू के एक मित्र बाघमारा, माटी गरह, धनबाद निवासी के नानी की मृत्यु हो गई थी, उन्हीं के भोज में आया हुआ था। मृतक भी इसी गांव का निवासी था।
पहले इंटरसिटी एक्सप्रेस से गिरकर घायल हुआ, बाद में सियालदह एक्सप्रेस की चपेट में आ गया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लड्डू रजक गया से 13306 गया-धनबाद इंटरसिटी एक्सप्रेस से धनबाद लौट रहा था। टनकुप्पा स्टेशन पर चलती ट्रेन से गिरकर घायल हो गया। गंभीर रूप से घायल लड्डू स्वयं साहस जुटाकर रेंगते हुए रेलवे ट्रैक से दूर जाने की कोशिश कर ही रहा था कि इस बीच 13151 कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस वहां से गुजरी। जिसकी चपेट में आने से उसके पैर कट गए। कोलकाता-जम्मूतवी एक्सप्रेस को आज भी लोग सियालदह एक्सप्रेस के नाम से जानते हैं।

स्थानीय लोगों ने युवक को अस्पताल पहुंचाया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गंभीर रूप से घायल युवक को स्थानीय लोगों की मदद से टनकुप्पा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले गए। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल रेफर कर दिया।
रात में ही युवक के पिता पहुंच गए थे अस्पताल
इस बीच इस हादसे की सूचना उनके परिजनों को दी गई। इसके बाद परिजन रात में ही मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल पहुंचे। मृतक के पिता विष्णु रजक ने बताया कि जब अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि उनके बेटे की मृत्यु हो चुकी है।
रेंगते हुए ट्रैक से हटने की कर रहा कोशिश, लेकिन…
मृतक के पिता विष्णु रजक ने बताया कि लोगों ने उन्हें बताया कि उनका बेटा रेल ट्रैक के पास काफी देर तक घायलावस्था में पड़ा रहा लेकिन किसी रेलकर्मी द्वारा त्वरित कार्यवाही नहीं की गई तो स्थानीय लोगों ने बेटे को अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने बताया कि उनका पुत्र लड्डू रजक इंटरमीडिएट पास है। वे एक निजी कंपनी में काम करते हैं। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
स्टेशन प्रबंधक ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा
इस संबंध में जब टनकुप्पा के प्रभारी स्टेशन प्रबंधक लाल बाबू पासवान से घटना और इसके बाद हुई कथित लापरवाही के बारे में उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। रेलवे सूत्रों ने बताया कि जब लड्डू रजक को लोग इलाज के लिए अस्पताल ले जाना चाह रहे थे तो यहां ड्यूटी पर रहे आरपीएफ के जवान और स्थानीय लोगों के बीच कुछ नोकझोक भी हुई थी।