देवब्रत मंडल

भारतीय रेल नित्य नई ऊंचाइयों को पार कर रही है। रेलयात्रियों की सुविधा की बात की जाए या मालों की ढुलाई की। हाल ही में एक साथ छः मालगाड़ियों को लेकर चली रुद्राक्ष नामक मालगाड़ी का भी ट्रायल किया जा चुका है और अब वंदे भारत एक्सप्रेस को 160 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलाने को लेकर इसका ट्रायल शुक्रवार को किया गया। जो सफल रहा है। आगे राजधानी, दुरंतो एवं अन्य लग्जरी ट्रेनें भी 160 की स्पीड से चलाए जाने का रास्ता साफ होती नजर आ रही है
गया जंक्शन से सरमा टांड़ स्टेशन तक चली ट्रायल ट्रेन
पूर्व मध्य रेल के ग्रैंडकॉर्ड लाइन पर डीडीयू -धनबाद मंडल अंतर्गत गया-सरमाटांड़ स्टेशनों के बीच(करीब 88 किमी) बंदे भारत एक्सप्रेस(कवच) का 160 किलोमीटर प्रतिघंटा के स्पीड का ट्रायल सफल रहा। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक एवं प्रधान मुख्य संकेत एवं दूरसंचार अभियंता हाजीपुर के मार्गदर्शन तथा डीडीयू धनबाद मंडल के डीआरएम के सहयोग से गया जंक्शन होकर से प्रधानखंटा तक 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेनों का परिचालन करने के लिए रेलवे लगातार काम कर रही है।
160 किमी/घंटा की रफ्तार से ट्रेनों के परिचालन की योजना पर काम जारी
दिल्ली-हावड़ा के बीच 130 की स्पीड से चल रही ट्रेनों के स्पीड को बढ़ाते हुए 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनों का परिचालन करने की योजना पर काम की जा रही है। इसी के तहत फिलहाल धनबाद रेल मंडल के सरमा टांड़ स्टेशन से गया जंक्शन तक चीफ कम्युनिकेशन इंजीनियर अजीत कुमार एवं उप-मुख्य अभियंता संकेत एवं दूरसंचार टेलिकॉम (कवच यानी टक्कररोधी प्रणाली) राजेश कुमार कुशवाहा के सफल नेतृत्व में तकरीबन 88 किलोमीटर की दूरी 160 किलोमीटर प्रति घंटे के स्पीड से ट्रेनों का सफल परिचालन किया गया।
05-10 अक्टूबर तक विभिन्न स्तरों पर हुए ट्रायल
बंदे भारत एक्सप्रेस का एमटी रैक के सहारे सफल ट्रायल से पहले भी पिछले एक सप्ताह से सामान्य रूप से ट्रायल किया गया था। यह ट्रायल 5 से 10 अक्टूबर के बीच विभिन्न स्तरों पर 160 किलोमीटर स्पीड का विशेष ट्रायल किया जा रहा था। जिसे आज(10 अक्टूबर) को फाइनल रूप दे दिया गया।

इन अधिकारियों की विशेष रुचि को देखते हुए पीएम व रेलमंत्री ने जिम्मेवारी सौंपी
विशेष एमटी ट्रायल के तहत दो दिन का एकल इंजन से ट्रायल किया गया है। एक दिन का ट्रायल 10 एचएलबी कोच की एमटी रेक से और एक दिन बंदे भारत एक्सप्रेस के एमटी से ट्रायल किया गया जो सफल रहा। रेल सूत्रों ने बताया कि चीफ कम्युनिकेशन इंजीनियर अजीत कुमार एवं डीडीयू रेल मंडल के सीनियर डीएसटीई रहे राजेश कुमार कुशवाहा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं रेलमंत्री की विशेष रुचि वाले महत्वपूर्ण रेल योजना ‘कवच’ को पूर्व मध्य रेलवे में संभालने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
इटली की टीम भी परीक्षण का बनी हिस्सा, संतुष्ट दिखी
यूरोपीय देश इटली की टीम भी इस कार्य का गहन निरीक्षण किया और यह टीम संतुष्ट दिखीं। आज की तिथि में पूर्व मध्य रेल बहुत ही तेजी के साथ हर स्तर पर कार्य कर रही है। जो आने वाले दिनों में अन्य जोन से आगे बढ़ जाएगी। इस कार्य में डीडीयू मंडल के सीनियर डीओएम केशव आनंद एवं धनबाद मंडल के सीनियर डीओएम अंजय तिवारी का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहा। जबकि दानापुर मंडल के सीनियर डीओएम सुधांशु रंजन ने भी वंदे मातरम् एक्सप्रेस का रेक उपलब्ध करा सहयोग दिया। डीडीयू मंडल तथा धनबाद मंडल के दोनों सीनियर डीओएम सहित कवच से जुड़े पूरी टीम भी आज की सफल ट्रायल में मौजूद थी।