टिकारी संवाददाता: पूर्व प्रखंड प्रमुख व जिला पार्षद शिक्षाविद, समाजसेवी एवं पंचायती राज के सभी पदों को सुशोभित करने वाले शहीद रामनंदन शर्मा की 13 वीं पुण्यतिथि समारोह शनिवार को मनाई गई। पैतृक आवास पूरा के साथ टिकारी स्थित प्रखंड कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ उनके तैलीय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुआ। इस अवसर पर परिवार के सदस्यों एवं आगंतुकों के बीच हवन पूजन के साथ रामायण पाठ भी किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय उनकी शहादत की देन है। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि तत्कालीन बिहार सरकार एवं क्षेत्रीय विधायक केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग मोतिहारी में कर रहे थे। वक्ताओं ने कहा कि इधर गया में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग को लेकर कांग्रेस नेता रामनंदन शर्मा अपने साथियों के साथ पटना में कारगिल चौक पर धरना देने जा रहा थे। इसी क्रम में सड़क हादसे में 2012 में रामनंदन शर्मा एवं चालक श्रवण कुमार की मौत और साथी वाल्मीकि प्रसाद, बृजमोहन शर्मा, प्रो मुद्रिका प्रसाद नायक व श्रीकांत शर्मा पूरी तरह घायल हो गए थे। शहादत के बाद विश्वविद्यालय स्थापना का तेज हुआ आंदोलन के आगे सरकार को झुकना पड़ा। उपस्थित लोगों ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर शहीद रामनंदन शर्मा की प्रतिमा लगाने की मांग बुलंद किया।
कांग्रेस कार्यालय में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व जिला पार्षद व प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि सतेन्द्र नारायण एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बाल्मीकि प्रसाद ने सीयूएसबी का नाम गया की पहचान भगवान विष्णु और गौतम बुद्ध के नाम पर करने की मांग की है। साथ ही क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं व छात्रों को नामांकन तथा नौकरी में 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रविधान करने की मांग केंद्र सरकार से की है। वंही सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर ने केंद्र सरकार से विश्वविद्यालय प्रांगण में केंद्रीय विद्यालय तथा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल की स्थापना की मांग किया है। कार्यक्रम में नरेंद्र कुमार उर्फ गुड्डू शर्मा, नीरज कुमार उर्फ लड्डू शर्मा, जागरूप यादव, प्रो. मुद्रिका प्रसाद नायक, राम लखन भगत, श्रीनिवास शर्मा, मिथलेश सिंह, सरजू पासवान सहित सैकड़ो लोग शामिल थे। समारोह का संचालन नाथुन पासवान ने किया।