
टिकारी संवाददाता: बिजली की लचर व्यवस्था से टिकारी के उपभोक्ता दिन प्रतिदिन परेशान हो रहे है। लचर व्यवस्था को लेकर अधिकारियों के पास टाल मटोल के अलावा कोई जवाब तक नही है। विगत कई दिनों से बिजली की आंख-मिचौनी एवं विभाग की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। नतीजतन क्षेत्र में घण्टो विधुत आपूर्ति नही हो पा रही है। उपभोक्ताओं ने अपनी कड़ी नाराजगी दिखाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
शहर के विवेकानंद कॉलोनी, पंचदेवता, देवधरपुर, रिकाबगंज सहित कई ऐसे जगह पर ट्रांसफॉर्मर लगे है जिसमें जुगाड़ से ही विधुत आपूर्ति की जा रही है। विभाग के एक कर्मी ने बताया कि दिन प्रतिदिन लोड बढ़ता जा रहा है इसके बावजूद भी अब तक पुराने तार से ही आपूर्ति की जा रही है। टूट कर गिरने पर महज मरम्मत कर दिया जाता हैंउ। लोड बढ़ने के कारण ही आये दिन तार टूट कर गिरने व गलने की समस्या आ रही है। विवेकानंद कॉलोनी के प्रणव प्रकाश ने बताया कि कॉलोनी में लगा ट्रांसफॉर्मर पर अत्याधिक लोड है प्रतिदिन ट्रांसफॉर्मर के कोई न कोई फेस में समस्या आती है। विगत रविवार को पावर स्टेशन पर जब इसकी शिकायत करने गये तो कहा गया कि तार ही उपलब्ध नही है। प्रणव सहित अन्य लोगो ने बताया कि किसी तरह तार जोड़ जोड़कर आपूर्ति कराई जा रही है।

सड़क से महज 10 फिट की ऊंचाई से गुजरा है 11 हजार तार

टिकारी पोस्टऑफिस से प्रखण्ड कार्यालय जाने वाले मार्ग पर महज दस फिट की ऊंचाई पर से ही 11 हजार एवं एलटी तार को ले जाया गया है। मुहल्ले वाले द्वारा कई बार इसकी शिकायत विभाग से लेकर लोक शिकायत तक में की गई है परंतु कोई कार्रवाई नही हो सका है। मुहल्ले के रहने वाले सीआरपीएफ में तैनात रवि भूषण मिश्रा बताते है कि तार कम पर ऊंचाई के होने के कारण कई घरों का बाहर से प्लास्टर नही हो सका है। वहीं हमेशा किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है। तार के दोनो ओर मकान बने है लेकिन लापरवाह विभाग इस पर अब तक संज्ञान नही ले सका है। वहीं नन्दन बिगहा मुहल्ला, विनीत विहार कॉलोनी में भी हाई टेंशन तार घर के बिल्कुल नजदीक से गुजरा है जिसे अब तक हटाया नही जा सका है ना ही कवर वायर लगाया गया है।
कॉल नही उठाते विभाग के जिम्मेदार, मिलना भी मुश्किल
यहां यह भी बता दें कि विधुत विभाग द्वारा टिकारी सब स्टेशन में सहायक अभियंता के रूप में विशाल कुमार चौधरी एवं कनीय अभियंता (आपूर्ति) के रूप में हिमांशु कुमार को पदस्थापित किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता रणजीत कुमार ने बताया कि दोनो अधिकारी विभाग के जिम्मेदार है लेकिन उनके सरकारी मोबाइल पर कॉल करने पर फोन ही नही रिसीव किया जाता है। कार्यालय पहुंचने पर क्षेत्र में ही होने की बात कही जाती है। ऐसी स्थिति में व्यव्स्था में सुधार सम्भव नही है। साथ ही साथ दोनो अधिकारी पावर स्टेशन क्षेत्र में न रहकर अन्यत्र रहते है। क्षेत्र में कोई भी समस्या आने पर अधिकारी न पहुंचकर कर्मियों को भेजा जाता है।