नई सरकार में मगध का दबदबा, जानें सामाजिक-जातीय समीकरण और सबसे अधिक उम्र,अमीर-गरीब व मुकदमे वाले मंत्री

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

image editor output image2064037528 1763704658801930899402041803682 नई सरकार में मगध का दबदबा, जानें सामाजिक-जातीय समीकरण और सबसे अधिक उम्र,अमीर-गरीब व मुकदमे वाले मंत्री
मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री

18 वीं विधानसभा को लेकर नई सरकार का गठन लगभग हो गया। मंत्रियों ने शपथ ग्रहण कर लिए। 24 नवंबर को जीतकर आए सभी 243 विधायक सदस्य के रूप में शपथ लेंगे। नई सरकार में गया जी के विधायक डॉ. प्रेम कुमार विधानसभा अध्यक्ष बन सकते हैं। इस बार नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल में मगध प्रमंडल का दबदबा रहा। इस क्षेत्र से सात मंत्री बनाए गए हैं। यदि डॉ प्रेम कुमार विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाते हैं तो मगध क्षेत्र राजनीतिक दृष्टिकोण से और मजबूत हो जाएगा। आइए देखें magadhlive की यह खास रिपोर्ट।

नीतीश कैबिनेट – विस्तृत रिपोर्ट (21 नवंबर 2025)

  1. कुल आकार और पार्टी‑वार विभाजन
  • कुल मंत्री: 26 (CM + डिप्टी CM + 24 मंत्री)
  • भाजपा: 14 मंत्री
  • जदयू: 8 मंत्री
  • एलजेपी‑आर: 2 मंत्री
  • हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM): 1 मंत्री
  • आरएलएम (उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी): 1 मंत्री

भाजपा‑जदयू का गठबंधन पहले की 32‑मंत्री वाली सरकार से 5 मंत्री कम है, लेकिन गठबंधन में भाजपा का कोटा थोड़ा बढ़ा है (14 → 14) और जदयू का घटा है (13 → 8)

  1. सामाजिक‑जातीय समीकरण
    वर्ग मंत्री संख्या उल्लेख
    पिछड़ा/दलित 18 (≈ 65 %) 5 दलित, 4 EBC, 9 OBC
    सवर्ण 7 4 राजपूत, 2 भूमिहार, 1 ब्राह्मण
    मुस्लिम 1 जदयू के जमा खान
    यादव 2 भाजपा‑जदयू ने एक‑एक यादव को जगह दी (पहले भाजपा में नहीं)
    राजपूतों की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है – कुल 4 राजपूत मंत्री (भाजपा 2, जदयू 1, एलजेपी‑आर 1)
  2. क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व
  • मगध: 7 मंत्री – सबसे अधिक, जिसमें सीएम नीतीश कुमार (पटना‑मगध) शामिल
  • शाहाबाद: 2 मंत्री – आरा‑भोजपुर से संजय टाइगर (भाजपा) और कैमूर से जमा खान (जदयू)।
  • मिथिलांचल: 5 मंत्री
  • तिरहुत: 6 मंत्री
  • अंग प्रदेश: 3 मंत्री
  • सीमांचल: 2 मंत्री
  • कोसी: 1 मंत्री

इन आँकड़ों से स्पष्ट है कि NDA ने मगध‑शाहाबाद, मिथिलांचल‑तिरहुत को अपने गढ़ के रूप में मजबूत किया है।

  1. शैक्षणिक योग्यता
  • 10वीं पास: नारायण प्रसाद (मंत्री)
  • PhD धारी: 4 मंत्री
  • बाकी: स्नातक या अन्य योग्यताएँ (विशिष्ट डेटा उपलब्ध नहीं)
  1. क्रिमिनल केस
  • कुल मंत्री पर केस: 12
  • सबसे अधिक केस: नितिन नवीन – 5 केस
  • डिप्टी CM: विजय सिन्हा (भाजपा) – कोई केस नहीं; सम्राट चौधरी (जदयू) – 2 केस
  • CM नीतीश कुमार: कोई केस नहीं
  1. उम्र‑संबंधी आँकड़े
  • सबसे बुजुर्ग: बिजेंद्र यादव – 78 वर्ष
  • सबसे युवा: श्रेयसी सिंह – 34 वर्ष
  • 50 वर्ष या उससे कम: 18 मंत्री
  • 60‑70 वर्ष: 6 मंत्री
  1. महिला मंत्री
  • कुल 3 महिला मंत्री (जदयू की लेसी सिंह, भाजपा की रमा निषाद और श्रेयसी सिंह) – पिछले कार्यकाल के समान संख्या।
  1. कुछ खास बातें
  • उपेंद्र कुशवाहा ने अपने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनवाया; दीपक अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं, पर उन्हें MLC बनाकर कैबिनेट में जगह दी जा सकती है।
  • सबसे अमीर मंत्री: रमा निषाद (संपत्ति ≈ 31.86 करोड़)
  • सबसे गरीब मंत्री: संजय कुमार (संपत्ति ≈ 22.30 लाख)
    सारांश: नई नीतीश कैबिनेट में सामाजिक‑जातीय संतुलन, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और पार्टी‑कोटा का बारीक मिश्रण दिखता है। लगभग दो‑तीहाई मंत्री पिछड़े‑दलित वर्ग से हैं, जबकि राजपूतों की सवर्ण में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। मगध‑शाहाबाद और मिथिलांचल‑तिरहुत को विशेष प्राथमिकता मिली है, और 12 मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें नितिन नवीन पर सबसे अधिक केस हैं।
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