देवब्रत मंडल
रेलवे सुरक्षा बल द्वारा ट्रेन से लाई गई शराब और लकड़ी को जब्त किया है। इस कार्रवाई में एक बात सामने आ रही है कि लकड़ी गया-कोडरमा ग्रैंडकॉर्ड रेलखंड के बंसकटवा स्टेशन पर लोड किया गया था जबकि बरामद शराब झारखंड सरकार द्वारा निर्मित है। ऐसे में यह स्वाभाविक रूप से कहा जा सकता है कि झारखंड क्षेत्र से लकड़ी और शराब माफियाओं के तार जुड़े हुए हैं।
आरपीएफ इंस्पेक्टर का है कहना
आरपीएफ पोस्ट गया के प्रभारी निरीक्षक बनारसी यादव ने बताया कि मानपुर जंक्शन पर खड़ी ट्रेन से कई बंडल लकड़ी उतारा गया था लेकिन पता नहीं चल पाया कि लकड़ियों को किसने यहां उतारा है। उन्होंने बताया कि ट्रेन में सफर करने वाले एक यात्री ने पूछताछ करने पर बताया कि लकड़ियों के गट्ठर बंसकटवा स्टेशन पर कुछ लोगों द्वारा लोड किया किया गया था।
धनबाद जंक्शन से सफर करने वाले यात्री ने बताया किस स्टेशन पर लोड किया गया

यात्री धनबाद से इसी ट्रेन में सफर कर रहे थे, जिस ट्रेन से लकड़ियों के गट्ठर मानपुर जंक्शन पर उतारा गया था। जिसे जब्त कर अज्ञात लोगों के विरुद्ध कांड दर्ज किया गया। श्री यादव ने बताया कि गया जंक्शन पर लावारिश हालात में रहे थैला से विदेशी शराब की बोतलें आरपीएफ एवं जीआरपी द्वारा की जा रही संयुक्त निगरानी के दौरान बरामद हुई है। इस संबंध में भी अज्ञात लोगों के विरुद्ध कांड दर्ज कर आगे की कार्रवाई के जीआरपी द्वारा की जा रही है।
उठ रहे सवाल आखिर माफियाओं के तार किससे जुड़े हैं
अब एक सवाल यहां ये उठता है कि आखिर तस्कर क्यों नहीं पकड़े गए। दूसरा सवाल यह उठता है कि कहीं न कहीं लकड़ी और शराब माफियाओं के तार गया व मानपुर जंक्शन के आसपास के इलाके से जुड़े हुए हैं। तभी तो तस्कर इन स्टेशनों पर माल को उतरवा कर ऊंची कीमतों पर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचा रहे हैं। जो गहन या सघन जांच का विषय है।