अवैध हॉकर के “अभिशाप” से मिली मुक्ति, ट्रेनों में यात्रियों के बीच सामग्री बिक्री की मिली अनुमति

Deobarat Mandal

देवब्रत मंडल

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वर्षों से अवैध हॉकर के नाम से ट्रेनों में चलने वाले वेंडर्स को रेलवे ने लाइसेंस जारी किया है। अब ये लाइसेंसी हॉकर रेल प्रशासन के आदेश पर ट्रेनों में यात्रियों के बीच सामग्रियों की बिक्री कर सकेंगे। पूर्व मध्य रेल के धनबाद मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक मो. इकबाल ने इस कार्य के लिए एस. एस. इंटरप्राइजेज, इटारसी को अधिकृत किया है। 03 सितंबर 2025 से इस एजेंसी के वेंडर्स धनबाद रेल मंडल अंतर्गत धनबाद-गया रेलखंड पर चलने वाली ट्रेनों में सामग्री बिक्री का कार्य शुरू कर देंगे।

तीन वर्षों के लिए मिली है अनुमति


इस बात की जानकारी मंगलवार को गया जंक्शन पर एस. एस. इंटरप्राइजेज के संचालक सुरेश साहू ने दी। इन्होंने बताया कि तीन वर्षों के लिए सामग्रियों को बेचे जाने की अनुमति धनबाद रेल मंडल के सीनियर डीसीएम द्वारा 01 सितंबर को प्रदान कर दी गई है।

स्वरोजगार से जुड़े कई बेरोजगार युवा, चेहरे पर खुशी

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रेल प्रशासन द्वारा अनुमति देने के बाद इन वेंडरों को आई कार्ड भी जारी कर दिए गए हैं। श्री साहू ने बताया कि उन्हें पटना-डीडीयू रेलखंड पर भी ट्रेनों में सामग्रियों की बिक्री करने का अनुमति मिल चुकी है। इसके अलावा इटारसी में भी उनके कई वेंडर्स ट्रेनों में यात्रियों के बीच सामग्रियों की बिक्री कर रहे हैं। जिससे कई युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा गया है। उन्होंने बताया कि उनका प्रयास है कि आने वाले दिनों में पूर्व मध्य रेल अन्य मंडलों में भी सामग्रियों को बिक्री करने के लिए लाइसेंस प्राप्त हो जाएगा।

अवैध ठीकेदार द्वारा मिल रही तरह की धमकियां


लाइसेंसी वेंडरों ने बताया कि सालों से वे लोग अवैध ठिकेदार के माध्यम से ट्रेन में सामान बेचने का काम करते हुए आ रहे हैं। जिसके एवज में उन्हें हर दिन तीन से चार सौ रुपये नाजायज राशि देने पड़ते थे और गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया जाता था, लेकिन जुर्माना की राशि अदा कर न्यायालय से जमानत पर रिहा कर दिया जाता था लेकिन अब इस प्रकार की परेशानी नहीं होगी। इन वेंडरों ने रेल प्रशासन से अपनी सुरक्षा की भी गुहार लगाई है। कहा कि लाइसेंस मिलने पर अब अवैध ठीकेदार के द्वारा उन्हें तरह तरह की धमकियां दी जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति जताया आभार


इस लाइसेंस को मिल जाने के बाद इन वेंडरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है और कहा कि अब उन्हें अवैध हॉकर के अभिशाप से मुक्ति मिल गई है। जारी पत्र के अनुसार राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, वंदे भारत, दुरंतो और अमृत भारत एक्सप्रेस में इन वेंडरों को सामग्री बेचे जाने की अनुमति फिलहाल नहीं दी गई है। बाकी सभी ट्रेनों में सामग्रियों को बेचे जाने की अनुमति दी गई है। रेल प्रशासन ने बिक्री की जाने वाली वस्तुओं की सूची जारी करते हुए एजेंसी को अवगत कराया है कि वे क्या क्या बिक्री कर सकते हैं।

राजेश कुमार एवं गुड्डू सिंह को बनाया गया मैनेजर

श्री साहू ने बताया कि इस कार्य के लिए राजेश कुमार एवं गुड्डू सिंह को मैनेजर का दायित्व सौंपा गया है जो इन वेंडरों  के साथ होने वाली हर प्रकार की परेशानियों को दूर करने के लिए संबंधित रेल पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर उनकी समस्याओं का नियमसंगत हल निकालेंगे। मैनेजर राजेश कुमार एवं गुड्डू सिंह ने कहा कि रेल प्रशासन के द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन वेंडर्स किया करेंगे। यदि कहीं भी गलती करते पाए जाते हैं तो उनका लाइसेंस रद्द करने के लिए श्री साहू को पत्र लिखा जाएगा।

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