देवब्रत मंडल

मध्य प्रदेश कैडर की 1993 बैच की आईपीएस सुश्री सोनाली मिश्रा आरपीएफ के नए महानिदेशक के रूप में पदभार संभालने के बाद पहली बार बिहार आ रही हैं। बता दें कि रेलवे सुरक्षा बल की 143 साल की यात्रा में पहला ऐतिहासिक कदम है कि किसी महिला पदाधिकारी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। आरपीएफ के महानिदेशक सोनाली मिश्रा का बिहार आगमन बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रेलवे सूत्रों के अनुसार महानिदेशक सुश्री मिश्रा के गुरुवार की सुबह पटना पहुंचने की संभावना है। जो एयर इंडिया के विमान से आने वाली हैं।
बिहार में चुनाव को लेकर करेंगी अहम बैठक
पूर्व मध्य रेल के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त अमरेश कुमार एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक करेंगे। बिहार में चुनाव के दौरान आरपीएफ की भूमिकाओं पर चर्चा करेंगी।
फेस्टिवल को देखते हुए भी बैठक में होगी चर्चा
आरपीएफ के महानिदेशक सुश्री सोनाली मिश्रा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर तो बैठक में चर्चा करेंगी ही। साथ ही साथ फेस्टिवल सीजन, दीपावली और छठ पर्व को लेकर ट्रेन और प्लेटफॉर्म पर होने वाली भीड़ को नियंत्रित करने, अपराध पर काबू, नशीली पदार्थ आदि के तस्करी जैसे मुद्दे पर भी अधीनस्थ पदाधिकारियों के साथ चर्चा करेंगी।
बिहार के डीजीपी से भी कर सकती हैं मुलाकात
रेलवे सूत्रों की मानें तो आरपीएफ के महानिदेशक बिहार के डीजीपी विनय कुमार से भी मुलाकात कर बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चर्चा करेंगी। जानकर बताते हैं कि दोनों एक ही बैच के अधिकारी हैं।
महानिदेशक शुक्रवार को वापस होंगे दिल्ली
रेलवे सूत्रों की माने तो आरपीएफ के महानिदेशक सुश्री मिश्रा 16 अक्टूबर को पटना आएंगी। पूर्व मध्य रेल, हाजीपुर के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। 16 अक्टूबर को बिहार में ही रहेंगी और इसके बाद अगले दिन 17 अक्टूबर को पटना से नई दिल्ली के लिए लौट जाएंगी।
बिहार में पहली बार हो रहा है आगमन
बता दें कि सुश्री मिश्रा 01 अगस्त को अपना पदभार ग्रहण की थीं। पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार इनका बिहार का दौरा हो रहा है। पूर्व मध्य रेल अंतर्गत पांच मंडल हैं। इनके बिहार आगमन से इन सभी मंडल के आरपीएफ पदाधिकारियों को एक नई ऊर्जा मिलेगी।
सीबीआई और बीएसएफ में सेवाएं दे चुकी हैं
प्रमुख पुलिस भूमिकाओं में अपनी व्यावसायिकता, समर्पण और नेतृत्व क्षमता के लिए जानी जाने वाली सुश्री मिश्रा इस पद पर तीन दशकों से अधिक की विशिष्ट सेवा का अनुभव रखती हैं। इस कार्यभार से पहले, उन्होंने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (चयन/भर्ती) के रूप में कार्य किया, साथ ही पुलिस प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, भोपाल में एडीजी और मध्य प्रदेश पुलिस अकादमी, भोपाल में निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला। उन्होंने सीबीआई और बीएसएफ में भी सेवा की है और कोसोवो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में सेवा देने का अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी प्राप्त है।
राष्ट्रपति पुलिस पदक, पुलिस पदक सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित
उत्कृष्टता और व्यावसायिकता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए इन्हें विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
दूरदर्शी और समावेशी नेतृत्व का मिलेगा लाभ
दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में से एक, रेलवे संपत्ति की सुरक्षा, यात्री सुरक्षा और अपराध रोकथाम के लिए ज़िम्मेदार रेलवे सुरक्षा बल को उनके दूरदर्शी और समावेशी नेतृत्व का लाभ मिलेगा। राज्य और केन्द्रीय पुलिस संगठनों में उनके व्यापक अनुभव से बल के आधुनिकीकरण, क्षमता निर्माण और सामुदायिक सहभागिता को नई गति मिलने की उम्मीद है।
मानव तस्करी तथा असुरक्षित यात्रियों के विरुद्ध अपराधों को रोकने पर बल
विशेष रूप से, इनका ध्यान अत्याधुनिक तकनीक का लाभ उठाने में आरपीएफ की पहल को मज़बूत करने और मानव तस्करी तथा असुरक्षित यात्रियों के विरुद्ध अपराधों जैसे संगठित अपराधों को रोकने में इसकी भूमिका को बढ़ाने पर होगा। सतर्कता, साहस और सेवा के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जो आरपीएफ के आदर्श वाक्य “यशो लाभस्व” को परिभाषित करते हैं।
