गया स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) में शुक्रवार की शाम अद्भुत सैन्य कौशल का साक्षी बनी। 26वीं पासिंग आउट परेड से पहले सेना के जांबाजों ने अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन से दर्शकों को रोमांचित कर दिया। मल्टी-एक्टिविटी डिस्प्ले के दौरान सेना के जवानों, घुड़सवारों, डॉग स्क्वॉड और हवाई करतबबाजों ने ऐसे प्रदर्शन किए कि हर कोई दंग रह गया। इस मौके पर सेना के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद रहे।
पूर्वी कमान के जीओसी-इन-सी, लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी (PVSM, UYSM, AVSM, SM) और OTA, गया के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल सुकृति सिंह दहिया (SM, VSM) ने पूरे आयोजन का निरीक्षण किया। VVIP मेहमानों और गणमान्य अतिथियों ने भारतीय सेना की शानदार क्षमता को करीब से देखा और सराहा।
घुड़सवारों के अद्भुत करतब, सांसें थमीं
OTA, गया की प्रसिद्ध घुड़सवारी टीम ने अपने दमदार प्रदर्शन से समां बांध दिया। टेंट पेगिंग, सिक्स-बार जंपिंग और युद्धाभ्यास जैसे कौशल ने दर्शकों को रोमांच से भर दिया। घोड़े और सवारों के बीच गजब का तालमेल देखने को मिला। यह प्रदर्शन सेना के अनुशासन, शौर्य और तकनीकी दक्षता का जीवंत उदाहरण था।

साइलेंट वॉरियर्स की हैरतअंगेज फुर्ती
भारतीय सेना के साइलेंट वॉरियर्स यानी आर्मी डॉग स्क्वॉड ने भी अपनी शानदार ट्रेनिंग और बुद्धिमत्ता से सभी को प्रभावित किया। प्रशिक्षित सैन्य कुत्तों ने खतरे को भांपने, बाधाओं को पार करने और कमांड फॉलो करने में अपनी असाधारण क्षमताओं का प्रदर्शन किया। उनकी गति और सटीकता देखकर दर्शक तालियां बजाने पर मजबूर हो गए।

फ्लाइंग रैबिट्स का हवाई रोमांच
“फ्लाइंग रैबिट्स” माइक्रोलाइट टीम ने जब आसमान में करतब दिखाए तो दर्शक हैरान रह गए। सेना के पायलट्स ने राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए जबरदस्त एरियल मूव्स किए। उनकी सटीक लैंडिंग और उच्च स्तरीय नियंत्रण ने रोमांच चरम पर पहुंचा दिया।
6,000 फीट से छलांग, सीधे स्टेडियम में लैंडिंग

50 (स्वतंत्र) पैराशूट ब्रिगेड की कॉम्बैट फ्री-फॉल टीम ने 6,000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाकर सीधे OTA स्टेडियम में लैंड किया। यह दृश्य इतना प्रभावशाली था कि हर किसी ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं। पैराट्रूपर्स की सही टाइमिंग और बैलेंस ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
‘संजय’ रोबोट म्युल की तकनीकी ताकत

सेना के इस भव्य आयोजन में आधुनिक सैन्य तकनीक की भी झलक देखने को मिली। DRDO द्वारा विकसित रोबोट म्युल ‘संजय’ ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। यह रोबोट कठिन परिस्थितियों में काम करने में सक्षम है और 400 किलोग्राम तक वजन उठा सकता है। यह आधुनिक टेक्नोलॉजी भारतीय सेना की बढ़ती ताकत का प्रमाण है।
कल ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड
8 मार्च का दिन OTA, गया के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। पहली बार शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल (पुरुष) और शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल (महिला) कोर्स पूरा कर कैडेट्स भारतीय सेना में शामिल होंगे। इस ऐतिहासिक मौके पर 143 पुरुष कैडेट्स (SSC-Tech 62) और 18 महिला कैडेट्स (SSC-Tech 33) को भारतीय सेना में अधिकारी बनने का गौरव मिलेगा। यह OTA, गया के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी।